केएचपीटी ने पर्सपेक्टिव बिल्डिंग कार्यक्रम आयोजित कर जीविका को टीबी की पहचान के लिए लक्षण की जानकारी दिया

बिहार बेतिया

बेतिया, अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला अंतर्गत नरकटियागंज प्रखंड के गोखुला पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय मे पर्सपेक्टिव बिल्डिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे जीविका दीदियों को टीबी बीमारी से संबंधित लक्षण की जानकारी दी गई। इस दौरान कर्नाटका हेल्थ प्रोमोशन ट्रस्ट की सामुदायिक समन्यवक अनु कुमारी ने जीविका दीदियों को टीबी बीमारी की पहचान, उसके लक्षण की जानकारी दी।

जिससे वह क्षेत्र में टीबी मरीजों की पहचान कर उन्हें चिकित्सा लिए प्रेरित कर सकें। केएचपीटी के सामुदायिक समन्यवक डॉ. घनश्याम ने बताया कि स्वयं सहायता समूह या पड़ोस में किसी व्यक्ति को लगातार दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक खांसी, बलगम के साथ खून का आना, शाम को बुखार आना या वजन कम होना की शिकायत हो तो उसे तुरंत नजदीक के सरकारी अस्पताल में जांच कराने की सलाह दें।

ये टीबी के लक्षण हैं, उन्हें यह भी बताएं कि सरकारी अस्पताल में टीबी की जांच और इलाज पूरी तरह (मुफ्त) निःशुल्क है।डॉ घनश्याम ने जीविकादिदियों से कहा सामुदायिक जागरुकता से ही टीबी बीमारी को समाज से मुक्त कर सकते हैं। केएचपीटी के दीपेश कुमार राय ने बताया कि टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत पांच सौ रुपये की सहायता राशि छः माह तक मरीजों के खाते में दी जाती है।

उपर्युक्त कार्यक्रम में टीबी बीमारी से मुक्ति को लेकर शपथ भी लिया गया। उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और केएचपीटी ने टीबी बीमारी उन्मूलन को लेकर जिला में जागरुकता अभियान संचालित किया है। इस क्रम में पर जीविका की सामुदायिक उत्प्रेरक शिवकुमारी देवी, इंदु देवी, रेखा देवी, सीमा देवी, सीमा कुमारी, प्रदीप गिरी उपस्थित रहे।