किशनगंज, बीपी प्रतिनिधि। एक पिता ने बेटे के नशे की लत से मजबूर होकर उसे जंजीर से बांध दिया ।हैरान कर देने वाली यह तस्वीर बिहार के किशनगंज जिले की है ।जहां टाउन थाना क्षेत्र के हालामाला पंचायत स्थित इस्लामपुर वार्ड नंबर पांच निवासी किशोर का नशे के अत्यधिक सेवन के कारण मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उसकी आदतों से परेशान होकर परिजनों ने अपने कलेजे पर पत्थर रखकर उसे लोहे की मोटी जंजीर से बांध दिया। नशे की पूर्ति नहीं होने के कारण उसकी स्थिति पागलों जैसी हो गई है।
परिजनों की आर्थिक स्थिति भी ऐसी नहीं रही कि वे उसका इलाज नशा मुक्ति केंद्र में कर सकें। पिता फैजुल हक का कहना है कि बेटा तौहीद बचपन से ही बुरी संगति में पड़ गया था और उसे नशे की बुरी लत लग गई थी। लेकिन जबतक परिजनों को इसका अहसास होता तबतक बहुत देर हो गई थी। हालांकि जानकारी के बाद परिजनों ने उसपर कड़ी बंदिशें लगा दी थी।
लेकिन वह अपने नशे की पूर्ति के लिए घर के कीमती सामान बेचने लगा था।आखिरकार तौहीद की हरकतों से परेशान होकर परिजनों ने उसे लोहे की मोटी जंजीरों से बांध दिया। जिससे तौहीद ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया। पिता ने कहा कलेजे का टुकड़ा है बहुत उम्मीद थी कि वो बुढ़ापे का सहारा बनेगा।लेकिन नशे ने सब कुछ तबाह व बर्बाद कर दिया ।
वहीं स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि नशे के सौदागरों ने शहरी क्षेत्र के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी अपनी पैठ बना ली है। हालामाला पंचायत में तो नशे के सौदागरों ने तांडव मचा रखा है। पूरे पंचायत में शराब, गांजा और स्मैक से लेकर नशे के सारे सामान आसानी से उपलब्ध है। मोतिहारा हाट में भी कई ऐसे पैडलर मौजूद हैं
जो युवा पीढ़ी को आसानी से अपने जाल में फंसा रहा है। आज सिर्फ तौहीद ही नहीं बल्कि ऐसे कई अन्य तौहीद नशे के मकड़जाल में फंस कर मौत के करीब पहुंच गया है। अगर जल्द नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो हमारी युवा पीढ़ी तबाह और बर्बाद हो जायेगी। जिसका खामियाजा पूरे समाज को भुगतना होगा।