पटना, शिवानंद गिरी। बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की महागठबंधन सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि इस विस्तार में सीएम, डिप्टी सीएम को लेकर कुल 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की महागठबंधन सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 16 अगस्त को संभावित है। तेजस्वी यादव सरकार में हिस्सेदारी और संभावित मंत्रियों पर सोनिया गांधी और लालू यादव से दिल्ली में चर्चा करने के बाद पटना लौट आए हैं।
सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच ये तय हुआ है कि आरजेडी और जेडीयू के बीच 50-50 फॉर्मूले पर मंत्री बनाए जाएंगे। कांग्रेस और हम को जेडीयू अपने कोटे से मंत्री बनाएगी जबकि वामदल आरजेडी कोटे से मंत्री बनेंगे। सूत्र ने यह भी बताया है कि नीतीश और तेजस्वी समेत सरकार में कुल 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
आरजेडी के सबसे महत्वपूर्ण चेहरे
सूत्रों का कहना है कि आरजेडी को बिहार विधानसभा में स्पीकर का पद समेत 12-15 मंत्री पद मिल सकता है। राजद को अपने कोटे से सीपीआई-एमएल, सीपीआई या सीपीएम जैसी लेफ्ट पार्टियों को मंत्री पद देना होगा जो भी सरकार में शामिल होना चाहें। वैसे सीपीआई-एमएल महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने पटना में साफ कहा है कि माले सरकार को बाहर से समर्थन देगी और सरकार में शामिल नहीं होगी।
राजद से स्पीकर बनता है तो अवध बिहार चौधरी का नाम सबसे आगे है। राजद से मंत्री बनने वाले नेताओं की संभावित लिस्ट में तेज प्रताप यादव, आलोक कुमार मेहता, कुमार सर्वजीत, अख्तरुल इस्लाम शाहीन, ललित यादव, अनिता देवी, जितेंद्र राय, अनिल साहनी, चंद्रशेखर, भाई वीरेंद्र, भरत भूषण मंडल, वीणा सिंह, शाहनवाज, रणविजय साहू, सुरेंद्र राम, सुनील सिंह,बच्चा पांडे या राहुल तिवारी, कार्तिक कुमार के नाम शामिल हैं।
जेडीयू से कौन-कौन बन सकते हैं मंत्री
नीतीश कुमार की जेडीयू को अपने ही कोटे में कांग्रेस और जीतनराम मांझी की हम को भी मंत्री का पद देना है। जेडीयू के जिन नेताओं का नाम महागठबंधन सरकार में मंत्री बनने की संभावित लिस्ट में है उसमें बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, उपेंद्र कुशवाहा, संजय कुमार झा, लेसी सिंह, सुनील कुमार, जयंत राज, जमा खान और अशोक चौधरी शामिल हैं।
कांग्रेस से बनेगा मंत्री
सूत्रों का कहना है कि संभव है कि विधानसभा स्पीकर का पद आरजेडी के बदले कांग्रेस को मिल जाए। उस स्थिति में कांग्रेस के तीन मंत्री बनेंगे। अगर स्पीकर आरजेडी के पास जाता है तो कांग्रेस से चार नेता मंत्री बन सकते हैं। उन चार नेताओं में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, राजेश राम और शकील अहदम खां का नाम शामिल हैं।