मधुबनी, बीपी प्रतिनिधि। भारतीय पर्यटकों को लेकर श्री रामायण यात्रा पर निकली भारत गौरव पर्यटक ट्रेन गुरुवार को जयनगर से नेपाल की धार्मिक नगरी जनकपुर के लिए रवाना हुई। यह विशेष ट्रेन सुबह जयनगर के नेपाली रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन जयनगर में करीब 40 मिनट तक रुकी। स्टेशन पर कस्टम क्लियरेंस के बाद जनकपुर के लिए रवाना हो गई। 600 यात्रियों की क्षमता वाली भारत गौरव ट्रेन में विभिन्न राज्यों के कुल 481 यात्री सवार हैं।
ट्रेन के जयनगर पहुंचते ही फूलों की वर्षा कर यात्रियों का स्वागत किया गया। ट्रेन रुकते ही कुछ यात्री प्लेटफार्म पर उतरे। वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों के साथ कई यात्रियों ने सेल्फी भी ली। यात्रियों में जनकपुर जाने को लेकर काफी उत्साह देखा गया। जनकपुर में यात्रियों का रात्रि विश्राम होगा। वहां वे रामजानकी मंदिर एवं राम-सीता विवाह मंडप समेत अन्य स्थलों का दर्शन करेंगे।
जनकपुर से माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी होते हुए ट्रेन बनारस पहुंचेगी। स्टेशन पर ट्रेन की सुरक्षा को लेकर बिहार पुलिस, एसएसबी, आरपीएफ, जीआरपी के अलावा कस्टम के लोग तैनात थे। बता दें कि यह ट्रेन 21 जून को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थी। यह ट्रेन 17 रात और 18 दिनों की यात्रा पर है।
ट्रेन रामायण काल के अयोध्या, बक्सर, जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वर, कांचीपुरम, भद्राचलम आदि स्थलों पर जाएगी। भारत-नेपाल मैत्री होगी प्रगाढ़ : कुल 14 कोच वाली भारत गौरव ट्रेन की सभी बोगियां एसी थर्ड क्लास की हैं। यात्रा के दौरान यात्रियों को एसी होटल में ठहराव की व्यवस्था की गई है।
शाकाहारी भोजन के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा व बीमा का भी ध्यान रखा गया है। बता दें कि जयनगर से नेपाल के कुर्था तक वाया जनकपुर 35 किलोमीटर लंबे रेल रूट का उद्घाटन दो अप्रैल को हुआ था। इसके बाद पहली बार कोई भारतीय ट्रेन नेपाल पहुंची है। यह ट्रेन भारत-नेपाल मैत्री को भी प्रगाढ़ करेगी।