स्टेट डेस्क/पटना। अंतर्राष्ट्रीय पीठाधीश्वर सिद्ध नवल पीठ, जोधपुर राजस्थान तथा महामंडलेश्वर स्वामी सदानंदजी महाराज को ‘श्रीमद्भगवद्गीता आपके द्वार’ अभियान का संरक्षक बनाया गया है। यह जानकारी ‘श्रीमद्भगवद्गीता आपके द्वार’ अभियान के संस्थापक, भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता तथा पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संजीव कुमार मिश्र ने दी।
उन्होंने बताया कि महर्षि नवल आश्रम के पीठाधीश्वर तथा महामंडलेश्वर स्वामी सदानंदजी महाराज से मिलकर अभियान के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी थी और स्वामीजी से अभियान के संरक्षक के रूप में अपना आशीर्वाद प्रदान करने का आग्रह किया गया था, जिस पर उनकी सहमति प्राप्त हुई है।
मिश्र ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी सदानंदजी महाराज से 14 महीने में नि:शुल्क करीब 40 हजार लोगों के बीच श्रीमद्भगवद्गीता अभियान के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी और राजस्थान प्रदेश में भी इस अभियान को और तेज करने पर विशेष रूप से योजनाबद्ध तरीके से अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
‘श्रीमद्भगवद्गीता आपके द्वार’ अभियान के संरक्षक बनने के बाद महामंडलेश्वर सदानंजी महाराज ने कहा कि समाज के प्रत्येक क्षेत्र के लोगों के बीच अलौकिक एवं पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता को निःशुल्क घर घर पहुंचाने का अभियान सनातन धर्म की मजबूती के लिए अद्वितीय कदम है। स्वामीजी ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता में मानव जीवन को सुखी पूर्वक जीने की सम्पूर्ण बातें निहित है, जिसका अनुकरण कर मानव जाति अपने जीवन के मार्ग को प्रशस्त कर सकता है।
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उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता केवल एक धार्मिक शास्त्र ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक और दार्शनिक शास्त्र भी है। यह किसी भी बुद्धिजीवी व्यक्ति के लिए ज्ञान का खजाना है और इसका प्रभाव अनंत है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी श्रीमद्भगवद्गीता को अपनी मां कहा करते थे। वे जब भी दुखी होते थे तो गीता की शरण में जाते थे। गीता ने हमारे स्वतंत्रता आंदोलन को भी काफी प्रभावित किया है। शिक्षण संस्थानों में श्रीमद्भगवद्गीता को पढ़ाने का विशेष अभियान चलाने की आवश्यकता है।