Patna, Beforeprint : PFI पर 5 सालों के लिए बैन लगाए जाने के बाद से बिहार में सियासत तेज़ हो गई है। जहाँ एक ओर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इस कार्रवाई के लिए बीजेपी पर सवाल उठाया और कहा कि पीएफआई के बाद अब आरएसएस पर भी बैन लगाया जाना चाहिए।वहीं दूसरी ओर लालू यादव के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जवाब देते हुए कहा था कि, हम गर्व से कह सकते हैं कि हम आरएसएस के स्वयंसेवक हैं, लेकिन क्या लालू यादव कह सकते हैं कि वह PFI के सदस्य हैं?
बस फिर क्या था, गिरीराज के इतना कहने मात्र से ही आरजेडी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में रोष जाग उठा. जिसके बाद आरजेडी लगातार गिरिराज के बयान का विरोध जताते हुए उनसे माफ़ी मांगने को कह रही है. इसी क्रम में आज आरजेडी के नेता और राज्य सभा सदस्य मनोज झा ने भी गिरिराज सिंह के बयान का विरोध करते हुए लालू यादव के आरएसएस को लेकर दिए गए बयान का समर्थन किया है. मनोज झा ने कहा है कि गिरिराज सिंह से ये उम्मीद नहीं थी . मनोज झा ने कहा कि राजद सुप्रीमों ने कहा था कि जो नफरत फैलाने वाले संघठन है उस पर बैन लगाना चाहिए. लालू यादव ने कहा था कि सबसे पहले आरएसएस पर सरदार पटेल ने बैन लगाया था तो गिरिराज सिंह सरदार पटेल से जा कर लड़ें आप ही की पार्टी ने उनकी इतनी विशाल मिर्ती बनवाई है तो उनसे कुछ सीखिए.
आपको बता दें, बुधवार को केंन्द्र सरकार ने पीएफआई (PFI) को पांच सालों तक के लिए बैन कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद जहाँ बीजेपी ने इस निर्णय का स्वागत किया है तो वहीं महागठबंधन की अलग-अलग पार्टियां बीजेपी पर सवाल खड़े करते हुए इस निर्णय का विरोध कर रही है.