जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए पुरुषों को भी निभानी होगी अपनी जिम्मेदारी : अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी

बिहार

— विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल प्रांगन में लगाया गया परिवार नियोजन मेला

बिहारशरीफ/ अविनाश पांडेय: विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन हुआ। इस क्रम में सोमवार को जिला सदर अस्पताल के प्रांगन में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया। सारथी रथ के माध्यम से शहरी और ग्रामीण इलाकों में नियोजन के स्थायी साधनों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। मेला का उद्घाटन अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह एवं जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेंद्र चौधरी, केयर के प्रतिनिधि, ए.एन.एम स्कूल की छात्राएं, परिवार नियोजन समन्वयक मंजू कुमारी के साथ अन्य अधिकारी एवं स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।

परिवार नियोजन है समय की जरुरत
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद ने बताया कि सुखी परिवार के लिए परिवार नियोजन काफी महत्वपूर्ण कदम है। परिवार नियोजन आज समय की जरुरत है और सीमित संसाधनों पर जनसँख्या का बढ़ता दबाव सभी के लिए परिशानी बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि 11 से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें इच्छुक लाभुकों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान की जाएंगी। वहीं, इस दौरान सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इच्छुक लाभार्थियों को अभियान चलाकर उनकी इच्छा अनुसार गर्भनिरोधक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

बास्केट ऑफ च्वाइस से योग्य दंपतियों को अवगत कराया
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह ने कहा कि महिला पुरुष समानता, स्वस्थ जीवन हेतु साफ-सफाई एवं स्वच्छता का महत्व, सुखी एवं स्वस्थ जीवन के लिए परिवार नियोजन का महत्व, सही उम्र में शादी, पहला बच्चा शादी के 2 वर्ष बाद, दो बच्चों के बीच 3 वर्ष का अंतर इत्यादि विषय एक दुसरे से जुड़े हुए हैं। स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध बास्केट ऑफ च्वाइस से योग्य दंपत्ति अपने पसंद के नियोजन के साधन चुन सकते हैं।

वहीं, अस्थायी सेवाएं भी हाथों-हाथ उपलब्ध कराई जाती है, लेकिन पुरुषों को समझने की जरुरत है की परिवार नियोजन अकेले महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने बताया कि बास्केट ऑफ च्वाइस में माला एन दैनिक गर्भनिरोधक गोलियां, इमरजेंसी गर्भनिरोऐन धक गोलियां, छाया सप्ताहिक गर्भनिरोधक गोलियां, अंतरा 3 महीने के लिए लगाई जाने वाली गर्भनिरोधक सुई, कंडोम, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी इत्यादि अस्थायी साधन है। साथ ही, महिला एवं पुरुष नसबंदी जैसे परिवार नियोजन की स्थायी विधियां शामिल हैं ।

यह भी पढ़े …