मामला निजी नर्सिंग होम में आपरेशन के दौरान किडनी निकाल लेने का
Muzaffarpur, Befoteprint : भाकपा-माले नेताओं की एक टीम ने एसकेएमसीएच में भर्ती किडनी निकाल लेने के कारण जिन्दगी और मौत से जूझ रही सकरा की सुनीता देवी और परिजनों से मुलाकात की। उसके बाद एसकेएमसीएच के अधीक्षक से भी इलाज के संबंध में जानकारी ली। टीम में माले राज्य कमिटी सदस्य सूरज कुमार सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता रामबालक सहनी और बिन्देश्वर साह शामिल थे। माले की टीम ने देखा कि सुनीता देवी की स्थिति बहुत ही गंभीर है और अविलंब किडनी ट्रांसप्लांट करने की जरूरत है लेकिन इसके प्रति सरकार, स्वास्थ्य विभाग और अधीक्षक गंभीर नहीं हैं।
माले की टीम ने अधीक्षक से मिल कर मांग की कि सरकार अविलंब सुनीता देवी को अपने खर्च और निगरानी में जहां भी बेहतर ढंग से किडनी ट्रासप्लांट होता है ले जाये और किडनी लगवाने की गारंटी करे। लेकिन प्रशासन इसके प्रति गंभीर नहीं है और टालमटोल का रूख अपना रहा है जो सही नहीं है। माले की टीम ने क्षोभ प्रकट करते हुए कहा है कि अधीक्षक और प्रशासन द्वारा सुनीता देवी के परिजनों को किडनी की व्यवस्था करने के लिए कहना कहीं से सही नहीं है और उसकी जिन्दगी से खिलवाड़ है।
माले नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से अपील की है कि वे अपने स्तर से इस गंभीर मामले को देखें और अविलंब किडनी ट्रासप्लांट करवाने की व्यवस्था करने का निर्देश दें ताकि एक महादलित महिला की जिन्दगी बचाई जा सके। बताते चलें कि पिछले दिनों सकरा की सुनीता देवी को पड़ोस के निजी नर्सिंग हैम में आपरेशन के दौरान दोनों किडनी निकाल ली गई थी।घटना के बाद से नर्सिंग हैम संचालक क्लिनिक बंद कर फरार है।