मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानंद ठाकुर। एईएस चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में स्वास्थ विभाग एवं जिला प्रशासन के परस्पर समन्वय से गांव,टोले, पंचायत स्तर पर सघन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
विशेषकर दलित, महादलित टोलों में डोर टू डोर विजिट करते हुए आंगनवाड़ी सेविका-सहायिकाओं के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पंचायतों में जिन घरों में 10 वर्ष आयु से कम उम्र के बच्चे हैं उन पर विशेष निगाह रखी जा रही है। माता-पिता क्या करें क्या नहीं करें उन्हें इसे लेकर जानकारी दी जा रही है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अलर्ट मोड में है।
जिला स्तर से सतत अनुश्रवण किया जा रहा है। जागरूकता अभियान के साथ सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं एसकेएमसीएच और सदर अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सीय व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जनवरी 2022 से अभी तक कुल 10 मरीज भर्ती हुए हैं।
इनमें से 6 अन्य जिलों के एवं 4 मुजफ्फरपुर जिला के हैं। 7 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। 2 मरीज पीकू में इलाज रत है। वर्तमान में स्थिति सामान्य है। जनवरी 2022 के बाद अभी तक कोई मौत नहीं हुई है।
11 जनवरी 2022 को परिहार, सीतामढ़ी के बच्चे की मौत हुई थी। जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने लोगों से अपील किया है कि बढ़ते तापमान के मद्देनजर अपने बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों को धूप में ना निकलने दे। उन्हें भूखा ना सोने दे। उन्हें हर हाल में खाना खिलाए।
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सड़े-गले फलों से दूर रखें और यदि लक्षण दृष्टिगोचर होते हैं तो बिना समय गवाएं टैग वाहन के माध्यम से अथवा कोई भी निजी वाहन से निकट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाना सुनिश्चित करें। वाहन के भाड़े का भुगतान तत्काल किया जा रहा है।