मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान द्वारा मालीघाट में विश्व संगीत दिवस के अवसर पर आज “संगीत संवाद” कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक गायिका अनीता कुमारी ने की।
लोक गायिका अनीता कुमारी ने इस अवसर पर कहा कि जब देश संगीत के लिए बनारस और कोलकाता की ओर देखा करता था तब बनारस और कोलकाता मुजफ्फरपुर की ओर टकटकी लगाए हुए था।। संगीत हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता हैं। संगीत में अद्भुत शक्ति होती हैं। यह वातावरण में उमंग और उत्साही परिवेश का निर्माण करता हैं। धार्मिक ग्रंथों में संगीत को ईश्वर भक्ति का माध्यम बताया गया हैं।
मुख्य अतिथि आनंद पटेल ने कहा कि किसी भी देश का विकास वहां की संस्कृति से होता हैं और संस्कृति का विकास लोक संस्कृति से। संगीत हमारे संस्कृति में शामिल हो गया हैं। उन्होने कहा देश में शांति के लिए संगीत शिक्षा अनिवार्य होना चाहिए।
संस्थान के संयोजक लोक कलाकार सुनील कुमार ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि 21जून को विश्व संगीत दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत फ्रांस में हुई थी। संगीत से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता हैं।
स्वास्थ्य पर संगीत का प्रभाव को देखते हुए इस पर शोध किया जा रहा हैं। संगीत हमारी सोई हुई शक्तियों को जगाने में सहायता करता हैं।संगीत आत्मविश्वास को बढ़ाने से लेकर राष्ट्रीय एकता, शांति और मानवता का संदेश देता है।
संगीत संवाद में सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान की संरक्षक कांता देवी, अनील कुमार ठाकुर, जितेंद्र नारायण श्रीवास्तव, डॉक्टर एसएस बिहारी, अमर कुमार, विजय कुमार मिश्र, सुमन कुमारी, दीपक कुमार बहादुर, भोला शाह, कंचन कुमारी, चंचल कुमारी, शिवम कुमार, कन्हैया कुमार, दुर्गा कुमारी शामिल थे।
यह भी पढ़ें…
संगीत संवाद में उस्ताद वज्जन खां सम्मान से लोक गायिका अनीता कुमारी को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सरला श्रीवास युवा मंडल की अध्यक्ष सुमन कुमारी ने किया।