मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। बेतहाशा बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ वामदलों के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर 30 मई को मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया जायेगा। इस दौरान पेट्रोलियम उत्पादों पर सभी तरह के टैक्स व अधिभारों को वापस लेने, बेतहाशा बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने, सभी रिक्त पदों पर बहाली की गारंटी करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों सहित शहरी क्षेत्रों के लिए भी रोजगार गारंटी योजना बनाने तथा बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए केन्द्रीय कानून बनाने की मांग की जायेगी।
हरिसभा चौक स्थित माले जिला कार्यालय में वाम दलों की संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में माले जिला सचिव कृष्णमोहन, सीपीआई जिला सचिव रामकिशोर झा, सीपीएम जिला सचिव अब्दुल गफ्फार, फॉरवर्ड ब्लॉक के नेता हबीब अंसारी, माले जिला कमिटी सदस्य विमलेश मिश्र और सीपीआई के किसान नेता चंदेश्वर चौधरी शामिल थे।
वाम नेताओं ने कहा कि आमलोगों की आमदनी बढ़ने के बदले घट रही है लेकिन महंगाई लगातार बढ़ रही है। गरीब, मध्यम वर्ग, प्राइवेट कंपनियों में नौकरी करने वाले, छोटे व्यवसायी आदि सभी तबके पेट्रोल-डीजल-गैस सहित अन्य जीवनयापन वस्तुओं के दाम में अभूतपूर्व बढ़ोतरी से त्रस्त हैं। जनता के भारी आक्रोश के दबाव मोदी सरकार ने महज कुछ रुपये कम करने की घोषणा की है जो जनता के साथ छलावा है। उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली बिल पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गया है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी हो रहे खर्च में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है।
फीस से लेकर किताबें, यूनीफाॅर्म, स्टेशनरी, स्कूल बस भाड़ा में 50 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है।मजबूरन लोगों को कर्ज लेना पड़ रहा है और वे लगातार कर्ज के भंवरजाल में फंसते जा रहे हैं। एक तरफ आम लोग भीषण महंगाई की मार झेल रहे हैं, ठीक इसी समय काॅरपोरेट घरानों की संपत्ति में अकूत वृद्धि हो रही है। वाम दलों की बैठक में शहर से गांव तक कमरतोड़ महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ जनप्रतिरोध आंदोलन तेज करने पर जोर दिया गया।
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