Muzaffarpur, Befoteprint : जिले के किसान वर्तमान अल्प वृष्टि की स्थिति में अपनी फसलों की सिंचाई के लिए परेशान हैं और लघु सिंचाई विभाग जिले में कार्यरत राजकीय नलकूपों के बारे में गलत रिपोर्ट देकर जिला प्रशासन और सरकार को गुमराह कर रहा है। लघु सिंचाई विभाग ने डीएम को राजकीय नलकूपों की गलत रिपोर्ट सौंपी है। इसका खुलासा कृषि विभाग की जांच में हुआ है। प्रमंडल ने टास्क फोर्स की बैठक में डीएम को जो रिपोर्ट दी थी उसमें बताया गया था कि जिले में कुल 461 नलकूप हैं, जिन में 211 कार्यरत हैं और 250 बंद हैं।
इसके बाद डीएम ने कृषि विभाग को प्रखंडवार जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा। जिला कृषि पदाधिकारी के निर्देश पर सभी पंचायतों में कृषि समन्वयकों व किसान सलाहकारों ने नलकूपों की जांच की। इसमें पाया गया कि जिले में 114 नलकूप ही चालू हैं। वहीं, 351 नलकूप बंद पाए गए हैं। जिले में मानसून के कमजोर रहने से खरीफ फसलों की सिंचाई में किसानों को हो रही परेशानी का मामला सामने आने पर डीएम ने टास्क फोर्स की बैठक में नलकूपों की रिपोर्ट मांगी थी। इसमें लघु सिंचाई प्रमंडल ने जांच के बाद रिपोर्ट दी थी।
जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह ने बताया कि पंचायतवार राजकीय नलकूपों की जांच कराई गई है। लघु सिंचाई प्रमंडल ने अलग रिपोर्ट तैयार की थी। करीब 76 फीसदी राजकीय नलकूप बंद मिले हैं। डीएम को कृषि विभाग की तैयार रिपोर्ट सौंप दी गई है। बिजली कटौती, ऑपरेटर नहीं रहने व जर्जर भवन के कारण ज्यादातर नलकूप बंद हैं।