Muzaffarpur/Beforeprint.यह दिल दहला देने वाली घटना जिले के बरुराज थाने के सहबलबा गांव की है। एक मातृहीना बेटी ने छठ का प्रसाद खरीदने के लिए अपने पियक्कड़ बाप से बिना पूछे 100 रुपये ले लिया तो इस गलती की कीमत उसे अपनी जान से चुकानी पड़ी।बाप ने बरसे से काटकर अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। कहते हैं,वह रूपये वह शराब पीने के लिए रखा हुआ था।
आक्रोश में पिता ने छठ के दिन ही अपनी 10 साल की बेटी खुशी कुमारी की हत्या फरसा से गर्दन काटकर कर दी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि बेटी की मां का निधन हो चुका है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि बेटी ने छठ के लिए 100 रुपए का प्रसाद खरीद लिया था। पिता ने शराब पीने के लिए रुपये रखे थे। इसी बात से नाराज पिता शराब पीकर रविवार रात नशे में घर आया। पहले बेटी से रुपए मांगे। उसने प्रसाद खरीदने की बात बताई। इसपर वह अपनी बेटी को बुरी तरीके से पीटने लगा। बेटी पड़ोसी के घर में छिप गयी।
रात में पड़ोस से खुशी जब घर लौटी तो पिता ने पीछे से उसकी गर्दन पर फरसा से वार कर दिया जिससे घटनास्थल स्थल पर ही उसकी मौत हो गई।घटना की सूचना मिलने पर पलिस घटनास्थल पर पहुंची। उसने लड़की की हत्या के आरोपी पिता बालेंद्र भगत उर्फ गोनू भगत को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में प्रयुक्त फरसा भी जब्त कर लिया गया है।लड़की के शव को पोस्टमार्टम हेतु एसकेएमसीएच भेज दिया गया है।