Muzaffarpur/Beforeprint: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के लोकप्रिय नेता, बिहार विधान परिषद के वरिष्ठ सदस्य तथा निवेदन समिति के सभापति एवं बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदारनाथ पाण्डेय का आकस्मिक निधन को शिक्षा और शिक्षक आंदोलन की अपूरणीय क्षति है। शिक्षक नेता के निधन पर आज मुजफ्फरपुर में आयोजित शोक सभा में विधान पार्षद प्रोफेसर संजय कुमार सिंह ने ये बातें कहीं।उनका निधन 23 अक्टूबर की रात में दिल्ली के मेदांता अस्पताल में हृदय गति रुक जाने के कारण हो गया. था। केदारनाथ पाण्डेय का निधन राज्य में कम्युनिस्ट पार्टी तथा वामपंथी आंदोलन एवं शिक्षक आंदोलन के लिए अपूरणीय क्षति है. वे विगत चार दशक से शिक्षक आंदोलन के मुख्य हस्ताक्षर के रूप में जाने जाते रहे हैं.
केदार पाण्डेय के निधन की सूचना मिलते ही पूरे राज्य विशेषकर शिक्षा जगत में शोक की लहर फैल गई. पार्टी कार्यालयों तथा शिक्षक संघ कार्यालयों में पार्टी तथा शिक्षक संघ का झंडा झुका दिया गया तथा अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए उनके प्रशंसक और पार्टी कार्यकर्ता पटना प्रस्थान कर गये। उनके चाहने वाले असंख्य राजनैतिक दलों के नेतृत्वकर्ता, शिक्षक नेताओं तथा वुद्धिजीवियों ने अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन कर पुष्पांजलि अर्पित कर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की. उनके अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब उनकी लोकप्रियता का बयां कर रहा था.
शिक्षक नेता पाण्डेय जी के निधन पर आज मुजफ्फरपुर में शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें विधान पार्षद प्रो० संजय कुमार सिंह, भाकपा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार सिंह, शिक्षक नेता नर्मदेश्वर प्रसाद सिंह, देवशंकर प्रसाद सिंह, मो० कली मुल्लाह, रत्नेश्वर प्रसाद सिंह,अरुण कुमार ठाकुर, हरेराम महतो, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव प्रियदर्शन, अध्यक्ष राम प्रीत राय आदि नेताओं ने शिक्षक नेता केदारनाथ पाण्डेय के निधन को बिहार के शिक्षक तथा प्रगतिशील आंदोलन के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की. वक्ताओं ने इनके अमुल्य योगदान की चर्चा करते हुए इन्हें एक सुलझे हुए राजनेता, ओजस्वी वक्ता, कुशल संगठनकर्ता तथा समर्पित शिक्षक नेता के रूप में याद करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया.