अन्तर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर बाल दरबार का हुआ आयोजन

मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर/बिफोरप्रिंट : आज नई बाजार में सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम  निषेध दिवस  के अवसर पर बाल दरबार का आयोजन किया गया। सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान के संयोजक लोक कलाकार सुनील कुमार ने  इस अवसर पर कहा  कि विश्व भर में हर 10वा बच्चा बाल मजदूरी को मजबूर हैं।

विकासशील देशों में समाज के लिए सामाजिक सुरक्षा के तहत बाल मजदूरी का अंत बहुत जरूरी हैं।आज दुनिया में 16 कड़ोड़ बच्चे बाल मजदूरी के जाल में फंसे हुए हैं। कोरोना महामारी के कारण पैदा हुए वैश्विक आर्थिक संकट के कारण 2022 के अंत तक 90 लाख अतिरिक्त बच्चों का बाल श्रम के जाल में फंसने का खतरा हैं।

सरला श्रीवास युवा मंडल की संरक्षक लोक गायिका अनीता कुमारी ने बाल श्रम के भगाव हो भईया … बाल विवाह के मिटाव …गीत के माध्यम से  लोगों को जागरूक किया और  बताया कि बाल श्रम एक सामाजिक -आर्थिक समस्या हैं । बाल श्रम पूरे मानव समाज के लिए अभिशाप हैं।

इस अवसर पर मुख्य रुप से रोहित कुमार मिश्रा, सन्नी कुमार, ज्योति, पूर्णिमा, गौरी विश्वास, मनोरमा देवी, रश्मि मिश्रा,नीलम मिश्रा, आदित्य, राजकुमार, पायल कुमारी, मुस्कान कुमारी, रितिका कुमारी, प्रिंस कुमार, प्रतिज्ञा कुमारी, प्रतिमा कुमारी, खुशी, वैष्णवी, सलोनी उपस्थित रहे।

बच्चो को  मेरा शरीर यहां मेरी मर्जी चलेगी पुस्तक संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा दिया गया साथ ही चाइल्डलाइन लाइन का नंबर 1098 के बारे में  जानकारी देते हुए लोगों से आग्रह किया गया कि यदि उनकी जानकारी में कहीं  बालमजदूरी करवाई जा रही है तो उक्त नम्बर काल कर ऐसे बालमजदूरों की मुक्ति और उन्हें  विद्यालयों मे भेजने का प्रयास जरूर किया जाए। धन्यवाद ज्ञापन सरला श्रीवास युवा मंडल की संरक्षक सुमन कुमारी ने दिया और बताया कि बाल श्रम को बढ़ने से रोकने हेतु भारत देश के सभी नागरिकों को विशेष रूप से सजग रहने की आवश्यकता हैं।