Muzaffarpur, Beforeprint : सरकारी आवासों पर कब्जों को लेकर शुरू हुई राजनीति को लेकर शुरू हुए विवाद में अब बीजेपी और मुकेश सहनी आमने-सामने आ गए हैं। मुकेश सहनी ने मुजफ्फरपुर में कहा कि बीजेपी एक अतिपिछड़ा वर्ग के बेटे को प्रताड़ित कर रही है। उन्होंने कहा कि, बीजेपी खुद को भारत कि सबसे बड़ी पार्टी कहती है , लेकिन इसके बाबजूद इस पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष इस तरह कि बात कर रहे हैं, जेसे वह कोई सड़क छाप गुंडा हों। वो खोखा, पैसा, गुर्गा जैसे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे यह मालूम होता है कि वो एक रोड छाप गुंडा हैं। उनकी यह हालत देखकर मुझे लगता है कि उनकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। उनको इलाज कि जरूरत है।
सहनी ने कहा कि, मुझे भरोसा नहीं हो रहा है कि देश कि इतनी बड़ी पार्टी के नेता इस तरह के शब्दों का उपयोग करेंगे। सहनी ने कहा कि यह सरकार को सोचना है कि मुझसे बंगला क्यों नहीं खाली करवाया जा रहा है। हकीकत यह है कि, हम अभी 30 गुणा दंड देकर उस बंगले में रह रहे हैं। लेकिन, बीजेपी के लोगों को यह पसंद नहीं की कोई अतिपिछड़ा का बेटा सफल हो।
उन्होंने कहा कि, भाजपा का शुरू से यह नीति रही है कि जो उसके साथ है, वह सही है। जैसे ही कोई उनसे दूर होता है उसके ऊपर आरोप लगाना शुरू कर देते हैं। इसका उदाहरण चिराग पासवान से समझा जा सकता है। अब यही चीज़ हमारे साथ करना कहते हैं। लेकिन, मेरा यही कहना है कि आज नहीं तो कल बंगला खाली करना ही है। ऐसे में इसके बारे में क्या सोचना? उन्होंने कहा कि मेरा कहना है मेरा आवास बिहार की जनता और हमारे समाज के दिल में हैं। यही मेरे लिए सब कुछ है।
इसके अलावा सहनी ने कुढ़नी उपचुनाव को लेकर कहा कि, हमारी कोशिश चुनाव जितना है। कौन क्या बोल रहा है, यह सोचना बाकी दलों का काम हैं, इसको लेकर हम ज्यादा सोच-विचार नहीं करते हैं। रही बात मेरे द्वारा अगल समाज को टिकट देने की तो अन्य किसी पार्टी क्यों नहीं निषाद समाज से आने वाले किसी नेता को यहां से टिकट दिया। हम तो हर उस पार्टी का समर्थन करने को तैयार थे जो किसी निषाद को टिकट देने पर सोचती। यदि अब हम चुनाव में हैं तो जीत हासिल करने के लिए हैं।