Muzaffarpur/Beforeprint: बिहार सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना, फाइलेरिया नियंत्रण का कार्य जीविका के साथ बिल मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, जिला प्रशासन और केयर के संयुक्त तत्वाधान में चलाया जाएगा। इसके तहत फाइलेरिया मरीजों की लाइन लिस्टिंग की जाएगी और जीविका समूह में फाइलेरिया से बचाव और उसके निवारण हेतु चर्चा करते हुए एमडीएम अभियान के माध्यम से फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा भी खिलाया जाएगा। जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं से बुधवार को वार्ता करते हुए बीएमजीएफ की टीम ने कहा कि फाइलेरिया रोग जानलेवा तो नहीं है, लेकिन इससे शरीर अपंग हो जाता है ।इसलिए इसके निवारण के लिए सावधानी बहुत जरूरी है।
10 फरवरी से चलने वाले एमडीएम अभियान में सभी को फाइलेरिया से बचाव हेतु एमडीएम की खुराक खाना आवश्यक है। बीएमजीएफ की टीम ने कुढ़नी प्रखंड के कस्तूरबा महिला संकुल स्तरीय संघ की दीदीयों के साथ बातचीत की और समूह तथा आजीविका गतिविधियों के बारे में जानकारी लेते हुए फाइलेरिया जैसे रोगों पर चर्चा की।
इस बारे में जानकारी देते हुए जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक अनीशा ने बताया कि बीएमजीएफ की टीम जीविका दीदियों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के साथ मिलकर स्वास्थ्य क्षेत्र में काम कर रही है। जिसके माध्यम से फाइलेरिया रोगों से बचाव के साथ ही अन्य कई घातक बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वही इस मौके पर संचार प्रबंधक राजीव रंजन, स्वास्थ्य एवं पोषण प्रबंधक शोभा साव, उज्जवल कुमार, घनश्याम कुमार,डेजी कुमारी सहित कई जीविका की दीदियाँ उपस्थित थी।