Muzaffarpur/Befoteprint: समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल मुजफ्फरपुर आ रहे हैं। वे यहां विकास योजनाओं की स्थिति का जायजा लेंगे और आम जनता से संवाद भी करेंगे। उनके आगमन को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी तक सभी युद्धस्तर पर जितने भी सरकारी भवन है उनको रंग रोगन कर दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इतना ही नहीं जिन -जिन रास्तों से बिहार के मुखिया नीतीश कुमार का काफिला गुजरेगा, उस सड़कों के छोटे छोटे गढ़ों को ढूंढ कर भरने का कार्य किया जा रहा है। वहीं आथर पुल के आधे अधूरे एप्रोच पथ का निर्माण एक दो साल नहीं, पिछले आठ साल से अधूरे पड़े एप्रोच पथ को पूरा करने के लिए भरोसा दिला रही शासन, प्रशासन व निर्माण एजेंसी के खिलाफ आथर ग्रामवासियों का सब्र का बांध टूट रहा है और अपना दर्द बयां करने के लिए मंगलवार को समाधान यात्रा के दौरान सीएम से मुलाकात करेंगे।
सोमवार को पंचायत के मुखिया सुरेश चौधरी ने विधायक अमर पासवान से मिलकर आथर पुल के अधूरे पड़े एप्रोच पथ को लेकर मुलाकात किया है और वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। मुखिया सुरेश चौधरी ने बताया कि वर्ष 2014 में बूढ़ी गंडक नदी के आथर घाट पर शुरू हुआ पुल निर्माण के कार्य में पुल बनकर तैयार हो गया, लेकिन एप्रोच पथ का निर्माण अधूरे पड़ा हुआ है। निर्माण एजेंसी कालीकरण का काम एक लेयर करके छोड़ दिया और काम बंद करके फरार है। स्थिति है कि गुणवत्ता पूर्ण काम नहीं होने के कारण एक लेयर चढ़ाई गई गिट्टी बिखरने लगा है। पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही भी अभी नहीं हुआ है, इससे पहले ही पुल की गिट्टी उखड़ने लगा है और पुल के उतरी छोड़ से चौथे एक स्पेन की ऊपरी सतह पर लोहे की पट्टी डालकर बनाई गई ज्वाइंट उखड़ गया है।
इधर रामपुर जयपाल पंचायत के सरपंच संघ अध्यक्ष सुनीता देवी ने कहा कि प्रखंड क्षेत्र में न्याय मित्र की बहाली नहीं हुई है बगैर न्याय मित्र के ग्राम कचहरी चलने से कठिनाइयों का सामना हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जिले में मुख्यमंत्री का आगमन से पंचायतों का कायाकल्प हो रहा है बोचहां प्रखंड क्षेत्र के पंचायतों में समाधान यात्रा का प्रोग्राम होता तो जिस तरह मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर दोनों पंचायतों को चमकाया जा रहा है साथ ही सरकार की सभी योजनाओं को धरातल पर उतार दिया जा रहा है उसे देखकर आसपास के गांव के लोग कहने पर विवश हो गए कि एक बार मुख्यमंत्री हमारे गांव में भी आ जाते तो उनके गांव की सूरत बदल जाती। इधर, विधायक अमर पासवान ने कहा कि पंचायत के मुखिया संग आथर ग्रामवासी का दर्द जायज है। मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराए है। समाहरणालय मे सीएम के साथ होने वाली बैठक में समस्या को रखा जाएगा।
इसमें आथर पुल के अलावे गरहा हथौड़ी मार्ग पर लटका सनाठी पुल, चंदवारा व मुसहरी में विश्वनाथ साहनी के घर से रजवाड़ा बांध तक अधूरे पड़े एप्रोच पथ के बारे में सीएम को अवगत कराया जाएगा। पुल पर आवागमन शुरू होने से 40 से 50 किलोमीटर पटना की दूरी होगी कम आथर घाट पर पुल पर से आवागमन शुरू होने के बाद दरभंगा से पटना जाने वाले लोगों को 40 से 50 किलोमीटर दूरी कम हो जायेगा। इस पर आवागमन शुरू होने से सबसे ज्यादा कटरा, गायघाट, औराई, बोचहा, बंदरा व आसपास प्रखंड के लोगों को काफी सहूलियत होगी। सरकार की योजना है कि इस पुल को 57 के मैथी टाल प्लाजा व समस्तीपुर सड़क से जोड़ा जाएगा। इसी से पटना जाने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। लेकिन अधूरे पड़े काम से ग्रामीणों का सपना अधूरा पड़ा हुआ है।