मुजफ्फरपुर के तीन प्रखंडों कटरा , औराई और मीनापुर मे बाढ़ ने दी दस्तक

मुजफ्फरपुर

कई गांवों में घुसा बाघ का पानी

मुजफ्फरपुर/बीपी प्रतिनिधि। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से बागमती ,गंडक और लखनदेई नदियां उफान पर हैं। जिले के कटरा औराई और मीनापुर प्रखंड से गुजरने वाली बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि से  बाढ़ के हालात पैदा हो गये हैं। बागमती नदी के तटबंधों के बीच बसे गांवों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। 

इलाके से  होकर बहने वाली बागमती नदी उफान पर है। नेपाल की तराई में हो रही लगातार बारिश से इस नदी के जलस्तर में लगातार बढोत्तरी हो रही है। दर्जनों गांवों में घरों में पानी घुस जाने से लोग बांध पर शरण लेने को मजबूर हो गये हैं। सड़कों पर पानी चढ़ जाने  से  प्रभावित गांव का कनेक्शन प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया है।

जिले के औराई में बागमती का पानी एक दर्जन गांवों में प्रवेश कर गया। इन गांवों में करीब पांच दर्जन घरों में भी पानी घुस गया है। बांध के अंदर की सड़कें व पगडंडी डूब गई है। इससे आवागमन ठप हो गया। घरों में पानी घुसने के बाद लोग बांध पर शरण ले रहे हैं। दूसरी ओर लखनदेई में भी तेजी से पानी बढ़ रहा है।

कटौझा में बागमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जलस्तर बढ़ने से बागमती तटबंध के अंदर विस्थापित बभनगामा पश्चिमी, हरनी, चैनपुर, राघोपुर, तरवन्ना, बाड़ा बुजुर्ग, बाड़ा खुर्द, राघोपुर, चहुंटा कश्मीरी टोला समेत एक दर्जन गांव के चोर में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। दोनों उपधाराओं के साथ अब मुख्य धारा में भी तेज धारा बह रही है। बभनगावां पश्चिमी में 20 से 25 घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। चैनपुर में निचले इलाके में लगभग 30 से 35 घरों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है।

बागमती के साथ लखनदेई के जलस्तर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। हालांकि लखनदेई का जलस्तर अभी पेट्टी में ही बह रही है। लेकिन जिस रफ्तार से नदी बढ़ रही है, इससे लोगों की धड़कने बढ़ गई है। टूटे तटबंधों तक अभी पानी नहीं पहुंचा है। विदित हो कि लखनदेई का बांध दर्जनभर जगहों पर टूटा हुआ है। कई जगहों पर मरम्मत भी हुआ है।

कटरा में बागमती में उफान है। गुरुवार शाम तक तीन से चार फीट जलस्तर में वृद्धि हुई है। पानी बढ़ने से बकुची स्थित बागमती पर बने पीपा पुल के दोनों तरफ एप्रोच व मुख्य मार्ग पर पानी चढ़ गया है। इससे प्रखंड की उत्तरी 14 पंचायत के 50 गांव का संपर्क मुख्यालय से कट गया है। आधा दर्जन सड़कों पर बाढ़ का पानी बह रहा है। इससे करीब डेढ़ लाख की आबादी का सड़क संपर्क टूट गया है। प्रखंड की उत्तरी पंचायत यजुआर पूर्वी, लखनपुर, यजुआर मध्य, कटाई, यजुआर पश्चिमी, पहसौल, खंगुरा, बेलपकौना, बंधपुरा, बर्री, तेहवारा, चंगेल, बसघट्टा, नगवारा पंचायत की दूरी कटरा प्रखंड मुख्यालय से 10 से 15 किमी है, लेकिन अब बेनीबाद-सिंहवारा के रास्ते 65 से 70 किमी की दूरी तय करनी पड़ेगी।

गंगेया गांव के निकट बागमती पर बने पीपा पुल पर तेज धारा बह रही है। इससे आवागमन खतरनाक हो गया है। जान जोखिम में डालकर ग्रामीण पैदल आरपार कर रहे हैं। वहीं बकुची पीपा पुल से लेकर बकुची चौक तक जगह-जगह मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी बह रहा है। वाहनों का परिचालन पूर्ण रूप से ठप हो गया है। बसघट्टा-पहसौल-यजुआर मुख्य मार्ग में बसघटा गांव से आगे बने डायवर्सन पर करीब ढाई से तीन फीट पानी चढ़ जाने के बाद इस इलाके के लोग लंबी दूरी तय कर डुमरी-पहसौल के रास्ते आने जाने को मजबूर है। वहीं बर्री-तेहवारा, कटरा-माधोपुर मुख्य मार्ग पर पानी चढ़ने से आवागमन ठप हो गया है।