वोट बेचिएगा तो मुखिया चोर नहीं तो क्या हरिशचंद्र होगा : प्रशांत किशोर

मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। चुनावी रणनीतिकार के रूप में अपनी पहचान बना चुके जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपने काफिले के साथ इन दिनों मुजफ्फरपुर की पद यात्रा पर हैं।उनकी यह पदयात्रा समस्तीपुर के रास्ते मुजफ्फरपुर पहुंची है।समस्तीपुर से चल कर मुजफ्फरपुर की सीमा में सकरा के पहाडपुर पहुंचने पर पीके का जोरदार स्वागत किया गया।

उनके इस स्वागत में स्थानीय लोगों के अलावा बड़ी संख्या में कई राजनीतिक दलों के छुटभैये कार्यकर्ता भी शामिल हुए। अबतक प्रशांत किशोर अपने जनसुराज यात्रा के क्रम में सकरा ,मुरौल ,बंदरा ,गायघाट और बोचहा में जनसभा को सम्बोधित कर चुके हैं।

झमाझम बारिश में भी उनकी गाड़ियों का काफिला आगे बढ़ रहा है। जनसुराज यात्रा की टीम को जहां रात्रि विश्राम करना होता है ,वहां उनके व्यवस्थापक पहले ही टेंट आदि की मुकम्मल व्यवस्था कर चुके होते हैं।प्रचार तंत्र इतना मजबूत है कि कम समय की सूचना पर ही गांव- -कस्बओं के युवा ,मजदूर ,किसान ,महिलाएं उनको सुनने पहुंच जा रहे हैं।

प्रशांत किशोर लोगों को वोट की ताकत का महत्व सरल भाषा में समझाते हैं।भ्रष्टाचार ,शिक्षा-चिकित्सा की कुव्यवस्था ,जन समस्याओं के प्रति जनप्रतिनिधियों की उदासीनता ,प्रधानमंत्री आवास योजना ,सामाजिक सुरक्षा योजना समेत सरकार की अन्य लाभकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के लिए प्रशांत किशोर जनता को ही जिम्मेवार ठहराते हैं।

लोग उनकी बातों पर सहमति में सिर भी हिलाते हैं। प्रशांत किशोर जनता से साफ शब्दों में कहते हैं, अगर आप वोट बेचिएगा, तो मुखिया चोर नहीं तो हरिशचंद्र होगा? मुरौल , बंदरा ,गायघाट और बोचहा की सभा मे उन्होंने कहा कि हम गांव में जाते हैं, तो लोग कहते हैं कि मुखिया जी चोरी करते हैं।

राशन कार्ड बनाने में दो-तीन हजार घूस लग रहा है, मुखिया जी नाली-गली नहीं बना रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास बनवाने में 25-30 हजार रुपए घूस लग रहा है। प्रशांत किशोर ने सभा में मौजूद जनता को याद दिलाते हुऐ कहा की अभी दो साल पहले ही मुखिया का चुनाव हुआ था, जिसमें 500-500 रुपए लेकर आपने अपना वोट बेच दिया। आपने मुर्गा-भात खाकर वोट बेचा।

आप से वोट खरीद कर जो मुखिया बना है ,वह मुखिया चोर नहीं होगा, तो क्या हरिशचंद्र होगा? मुखिया अपना गेहूं बेचकर आपको पैसा देगा,?आप 500-500 रुपए पर अपना ईमान और वोट बेचिएगा तो आपके बच्चों का भला कैसे होगा?यही बात बताने के लिए हम पैदल गांव-गांव घूम रहे हैं, हाथ जोड़ रहे हैं और समझा रहे हैं।

आपअपने वोट की ताकत को समझिए। आपके वोट में वो ताकत है जिससे आपके बच्चों का भविष्य बदल सकता है। प्रशांत किशोर लोगों से संवाद भी स्थापित कर रहे हैं।बंदरा ,गायघाट और बोचहा इलाके में वे लगभग 10किमी की पदयात्रा कर चुके हैं।