मुजफ्फरपुर/बिफोरप्रिंट। शहर में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन और विरोध जताया जा रहा है। आज इसी संदर्भ में समाहरणालय सभाकक्ष में जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार द्वारा प्रेस वर्ता कर मीडिया के माध्यम से लोगों को वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया। इस अवसर पर पोस्टपेड और प्रिपेड मीटर को एक साथ सिरीज कर विधुत खपत को डेमो के माध्यम से दिखाया गया । जिला पदाधिकारी ने कहा कि समानान्तर रूप से दो व्यवस्था एक साथ नहीं चलायी जा सकती । सभी विद्युत उपभोगताओं को स्मार्ट प्रिपेड मीटर लगवाना आवश्यक है। मीटर बदलने के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है।
यह निःशुल्क संस्थापन की प्रक्रिया है। आॅनलाईन, ब्लूटूथ, के साथ -साथ रिचार्ज कूपन के माध्यम से भी कराया जा सकता है। विद्युत कार्यालय में मे आई हेल्प यू व्यवस्था की गई है। साथ ही कंट्रोल रूम 8700257077 कंट्रोल रूम में कार्यालय अवधि 10 से 5 बजे तक कार्यशील है, जिस पर कोई उपभोक्ता अपनी शिकायत या सूचना प्राप्त कर सकते है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि 73 हजार लक्षित उपभोक्ता में से 62 हजार उपभोक्ताओं के यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मीटर लगाने के दौरान कुशल एवं नम्र व्यवहार करें। साथ ही उन्हें एक पेज का संबंधित जानकारी पम्पलेट भी उपलब्ध कराये। उन्होंने यह भी कहा कि तेजी से कार्य कराया जा रहा है।
30 जून तक सभी शहरी क्षेत्रों में मीटर संस्थापन का कार्य कर लिया जायेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 15 जुलाई तक शत प्रतिशत कार्य हो जायेगा। प्रोत्साहन 2 प्रतिशत, पूर्व भुगतान के लिए 1 प्रतिशत ऑनलाईन रिचार्ज के लिए दिया जाता है। उपभोक्ता अपनी सुविधा अनुसार घर बैठे ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। उपभोक्ता मीटर डिस्प्ले और मोबाइल एल्पिकेशन पर दैनिक, साप्ताहिक और मासिक बिजली के उपयोग और अपना बैलेंस चेक कर सकते है।
उपभोक्ता अपना बकाया भुगतान 300 दिनों की आसान किस्तों में कर सकते है। उपभोक्ता अपने मोबाईल एप्लिकेशन पर अपनी रनिंग लोड के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। उपभोक्ता अपने मोबाईल एप्लिकेशन पर अपने शेष दिनों की रिचार्ज राशि की जांच कर सकते हैं। उनकी कहा कि सभी विद्युत उपभोगताओं के लिए अपने परिसर में स्मार्ट मीटर लगाने के बाद अपने स्मार्ट फोन में प्ले स्टोर से बिहार सुगम स्मार्ट मीटर एप्लीकेश डाउनलोड करके अपने स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करवाना अनिवार्य है।