पटना, अशोक “अश्क” मुजफ्फरपुर जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एक बार फिर बड़ा कदम उठाते हुए कुढ़नी प्रखंड के मनकौनी गांव के मुखिया नंदकिशोर राय उर्फ भोला राय के घर छापेमारी की। यह कार्रवाई मंगलवार को की गई, जो एके-47 जब्ती मामले से जुड़ी है। इससे पहले 19 दिसंबर को भी मुखिया के घर पर एनआईए ने छापा मारा था, जिसमें 11.19 लाख रुपये नकद और एक आइफोन जब्त किए गए थे।

इस बार एनआईए ने मुखिया की थार गाड़ी को कब्जे में लिया है। मुखिया नंदकिशोर राय के बेटे देवमुनी राय उर्फ अनीश पिछले वर्ष 8 मई से न्यायिक हिरासत में हैं। यह मामला नागालैंड से अवैध हथियारों की तस्करी और उसके बिहार में उपयोग से संबंधित है। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि तस्करी से मिले पैसों को जमीन की खरीद-बिक्री में लगाया गया।
जून 2024 में यह मामला एनआईए को सौंपा गया, जिसके बाद एजेंसी ने गहन जांच शुरू की। एनआईए ने इस मामले में पिछले महीने विकास कुमार नामक व्यक्ति का बैंक खाता फ्रीज किया था। एजेंसी मुखिया के पूरे नेटवर्क पर कड़ी नजर रख रही है। एनआईए की प्रारंभिक जांच से संकेत मिले हैं कि इस नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य न केवल हथियारों की तस्करी है, बल्कि उससे होने वाली कमाई को सफेद धन में बदलना भी है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी भारत सरकार की एक प्रमुख एजेंसी है, जो आतंकवाद, संगठित अपराध, साइबर अपराध, और वित्तीय अपराधों की जांच करती है। एनआईए का मुख्य उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों और संगठित अपराधों पर लगाम लगाना है। एनआईए इस मामले में लगातार छापेमारी और कार्रवाई कर रही है, जिससे साफ है कि एजेंसी संगठित अपराध के पूरे नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।