Muzaffarpur, Befoteprint: ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, कृषि मौसम विभाग जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केन्द्र डा० राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की ओर से23 से 27नवम्बर तक के लिए मध्यावधि मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है।इस पूर्वानुमान की अवधि में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और कभी आने की सम्भावना है।जिससे ठंड बढ़ेगी। मौसमीय बेधशाला पूसा के आकलन के अनुसार पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 28.0 एवं 12.5 डिग्री सेल्सियस रहा। औसत सापेक्ष आर्द्रता 96 प्रतिशत सुबह में एवं दोपहर में 48 प्रतिशत, हवा की औसत गति 19 किमी0 प्रति घंटा एवं दैनिक वाष्पण 2.1 मि०मी० तथा सूर्य प्रकाश अवधि औसतन 6.7 घन्टा प्रति दिन रिकार्ड किया गया तथा 5 से०मी० की गहराई पर भूमि का औसत तापमान सुबह में 16.5 एवं दोपहर में 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
इस अवधि में मौसम शुष्क रहा। 23 से 27 नवम्बर तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार , उत्तर बिहार के जिलों में आसमान प्रायः साफ तथा मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। पूर्वानुमानित अवधि में पछिया हवा चलने का अनुमान है। औसतन 5-8 कि०मी० प्रति घंटा की रफ्तार से पतियां हवा चल सकती है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 75 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 45 से 55 प्रतिशत रहने की संभावना है।
किसानों के लिए समसामयिक सुझाव
धान की कटाई कर राई की पिछेती किस्मे राजेन्द्र अनुकूल, राजेन्द्र सुफलाम एवं राजेन्द्र राई पिछेती की बुआई इस माह के अन्त तक कर लें। राई की फसल जो 20 से 25 दिनों की हो गयी है उसमें निकानी तथा बधनी कर पौधे से पौधे की दूरी 12-15 से०मी० रखें आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। • अक्टूबर माह में बोयी गयी लहसुन की फसल से खर-पतवार की निकासी कर हल्की सिंचाई कम अवधि के अन्तराल में नियमित रूप से करें फसल में कीट की निगरानी करें।
गेहूं की बुआई के लिए तापमान तथा अन्य मौसमीय परिस्थितियाँ अनुकूल है। किसान भाई प्राथमिकता देकर गेहूं की बुआई करें। खेत की तैयारी के समय 150-200 क्विटल कम्पोस्ट, 80 किलोग्राम नेत्रजन, 60 किलोग्राम फॉसफोरस एवं 40 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करें बुआई हेतु एच० डी० -2967, एच० डी० – 2733, एच० डी० -2824, डी० डब्लू० 187, डी० डब्लू0 39, एच० यु० डब्लू० 468 सी० बी० डब्लू० 36 किस्म उत्तर बिहार के लिए अनुषंसित है। बीज को बुबाई से पहले बेबीस्टीन 2.5 ग्राम की दर से प्रति किलोग्राम बीज को उपचारित करें। दीमक से बचाव के लिए क्लोरपायरिफॉस 20 ई०सी० दवा का छिली प्रति किलोग्राम बीज की दर से अवश्य उपचारित करें। छिटकब विधि से बुआई के लिए प्रति हेक्टेयर 125 किलोग्राम तथा सीड ड्रील से पंक्ति में बुआई के लिए 100 किलोग्राम बीज का व्यवहार करें।
विगत माह बोयी गई मटर, राजमा एवं सब्जियों वाली फसलें- बैगन, टमाटर, मिर्च, पत्तागोनी एवं फूलगोभी में निकाई गुराई तथा आवष्यकतानुसार सिंचाई करें मटर, बैंगन, टमाटर एवं मिर्च की फसल में फल छेदक कीट की निगरानी करें। ● रबी मक्का की बुआई इस माह के अन्त तक समाप्त करें। इसके लिए संकर किस्में शक्तिमान 1 सफेद, शक्तिमान 2 सफेद, शक्तिमान -3 पीला, शक्तिमान 4 पीला, शक्तिमान-5 पीला, गंगा 11 नारंगी पीला, राजेन्द्र संकर मक्का 1 राजेन्द्र संकर मक्का 2 एवं राजेन्द्र संकर मक्का दीप ज्वाला तथा संकुल किस्मै देवकी सफेद, लक्ष्मी सफेद एवं सुजान पीला इस क्षेत्र के लिए अनुषंसित है। खेत की जुताई में 100-150 क्विंटल कम्पोस्ट, 60 किलोग्राम नेत्रजन, 75 किलोग्राम फास्फोरस एवं 50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टर की दर से व्यवहार करें। बीज दर 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तथा दूरी 60×20 से०मी० र अगात बोयी गयी मक्का की फसल में आवश्यकतानुसार सिंचाई करें।
आलू की रोपाई प्राथमिकता दे कर पूरा करने का प्रयास करें। कुफरी चन्द्रमुखी कुफरी अशोका, कुफरी बादशाह, कुफरी ज्योति, कुफरी सिंदुरी कुफरी अरुण, राजेन्द्र आलू 1. राजेन्द्र आलू- 2 तथा राजेन्द्र आलू- इस क्षेत्र के लिए अनुषंसित किस्में हैं। बीज दर 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रखे। पंक्ति से पक्ति की दूरी 50-60 से०मी० एवं बीज से बीज की दूरी 15-20 से०मी० रखें। आलू को काट कर लगाने पर 2 से 3 स्वस्थ औशा वाले टुकड़े को उपचारित कर 24 घंटे के अन्दर लगाये बीज को एगलॉल या एमीसान के 0.5 प्रतिषत घोल या डाइथेन एम 45 के 0.2 प्रतिशत घोल में 10 मिनट तक उपचारित कर छाया में सुखाकर रोपनी करे समूचा आलू (20-40 ग्राम) लगाना श्रेष्ठकर है। खेत की जुताई में कम्पोस्ट 200-250 क्विंटल, 75 किलोग्राम नेत्रजन, 90 किलोग्राम फास्फोरस एवं 100 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टर की दर से प्रयोग करें।
चना की बुआई के लिए उपयुक्त समय चल रहा है। खेत की तैयारी के समय 20 किलोग्राम नेत्रजन, 45 किलोग्राम फॉसफोरस 20 किलोग्राम पोटाश एवं 20 किलोग्राम सल्फर प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करें। चना के लिए उन्नत किस्म पूसा-256, के०पी०जी०-59(उदय), केडब्लूआर 108 पंत जी 186 एवं पूसा 372 अनुषंसित हैं। बीज को बेबीस्टीन 2.5 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें 24 घंटा बाद उपचारित बीज को कजरा पिल्लू से बचाव हेतु क्लोरपाईरीफॉस 8 मि०ली० प्रति किलोग्राम की दर से मिलावे पुनः 4 से 5 घंटे छाया में रखने के बाद राईजोबीयम कल्चर (पाँच पैकेट प्रति हेक्टेयर) से उपचारित कर बुआई करें। छोटे दानों की किस्मों के लिए बीज दर 75 से 80 किलोग्राम एवं बड़े दानों के लिए 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तथा दूरी 30X10 से०मी० रखें।
•दूधारू पशुओं के रख-रखाव एवं खान पान पर विशेष ध्यान दें पशुओं को रात में खुले स्थान पर नहीं रखें।
आज का अधिकतम तापमान 28.0 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 0.3 डिग्री सेल्सियस कम एवं
आज का न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस कम रहा।