Muzaffarpur/Beforeprint: ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, बिक्कर राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से 29 अक्टुबर से 2 नवम्बर तक के लिए मध्यावधि मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है। पूर्वानुमान की अवधि में न्यूनतम तापमान में सामान्य से 3 डिग्री की कमी होगी और सुबह-शाम ठंड बढ़ेगी। विगत मौसम पूर्वानुमान अवधि के आकलन मैं बताया गया है कि पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 31.5 एवं 16.0 डिग्री सेल्सियस रहा। औसत सापेक्ष आर्द्रता 95 प्रतिशत सुबह में एवं दोपहर में 49 प्रतिशत, तथा पतियां हवा की औसत गति 1.7 कि०मी० प्रति घंटा रही। इस अवधि में मौसम शुष्क रहा। 29 अक्टूबर से 02 नवम्बर तक के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान प्रायः साफ तथा मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। न्यूनतम तापमान के सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस कम रहने के कारण सुबह तथा रात में हल्की ठण्ड का प्रकोप हो सकता है। इस दौरान अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 15-17 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने की सम्भावना है।
किसानों के लिए समसामयिक सुझाव
शुष्क मौसम की संभावना को देखते हुए किसान धान की कटनी तथा दौनी के कार्य को उच्च प्राथमिकता दे कर पूरा करने का प्रयास करें। सब्जियाँ में आवश्यकतानुसार निकाई-गुडाई करे एवं कीट तथा रोग-व्याधि का नियमित रूप से निरीक्षण करें। रबी मक्का की बुआई प्रारंभ करें इसके लिए संकर किस्में शक्तिमान 4 शक्तिमान 5. राजेन्द्र संकर मक्का 1, राजेन्द्र संकर मक्का 2 एवं राजेन्द्र संकर मक्का दीप ज्वाला तथा संकुल किस्में- देवकी सफेद, लक्ष्मी सफेद एवं सुआन पीला इस क्षेत्र के लिए अनुसंशित है। खेत की जुताई में 100-150 क्विंटल कम्पोस्ट, 60 किलोग्राम नेत्रजन, 75 किलोग्राम फास्फोरस एवं 50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टर की दर से व्यवहार करें। बीज दर 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तथा दूरी 60×20 से०मी० रखें।
आलू की रोपनी के लिए तापमान अनुकूल हो गया है। अतः किसान खेत की तैयारी एवं रोपाई प्राथमिकता दे कर शुरू करें। कुफरी चन्द्रमुखी, कुफरी अशोका, कुफरी बादशाह, कुफरी ज्योति, कुफरी सिंदुरी, कुफरी अरुण, राजेन्द्र आलू 1 राजेन्द्र आलू 2 तथा राजेन्द्र आलू-3 इस क्षेत्र के लिए अनुसचित किस्में है। बीज दर 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रखे पंक्ति से पक्ति की दूरी 50-60 से०मी० एवं बीज से बीज की दूरी 15-20 से०मी० रखें। आलू को काट कर लगाने पर तीन स्वस्थ जीख वाले टुकरों को उपचारित कर 24 घंटे के अन्दर लगावे बीज को एगलील या एमीसान के 0.5 प्रतिषत घोल या डाइथेन एम0 45 के 0.2 प्रतिशत घोल में 10 मिनट तक उपचारित कर छाया में सुखाकर रोपनी करे। समूचा आलू (20-40 ग्राम) लगाना श्रेष्ठकर है। खेत की जुताई में कम्पोस्ट 200-250 क्विटल 75 किलोग्राम नेत्रजन 90 किलोग्राम फास्फोरस एवं 100 किलोग्राम पोटाष प्रति हेक्टर की दर से प्रयोग करें।