Brahmanand : जेल मैनुअल में बदलाव के बाद बाहर आए पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन एक बार फिर से राजनीति में काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। आनंद मोहन लगातार लोगों के पास जा रहे हैं और आगामी नवंबर महीने में होने वाले महाजुटान को लेकर न्योता दे रहे हैं। इसी कड़ी में वह अपनी रिहाई से जुड़े सवालों को लेकर भी बड़ी प्रतिक्रिया दर्ज करवा रहे हैं। आनंद मोहन नवंबर में होने वाले सभा को लेकर लोगों को निमंत्रण देने बिहार के तमाम जिलों में जा रहे हैं इसी कड़ी में हुआ मुजफ्फरपुर के मोतीपुर पहुंचे थे।
जहां उन्होंने कहा कि, यदि कल मैं जेल से बाहर निकला हूं तो अपने बाप के खेत के लिए नहीं निकला हूं। उसमें भी आपके अस्मिता की लड़ाई थी। हम हमारे खिलाफ हो रहे साजिशों से नहीं डरते हैं। लेकिन जब हमें अपने ही लोग अपराधी कहते हैं तो दिल टूट जाता है। दूसरा हमको कोई कुछ भी कहेगा कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन जब अपने कहेंगे जिनके लिए लड़ाई लड़े। जिनके लिए चोरी किए वहीं कहेगा चोरा तो दिल दुखता है। मैं झेलता रहा हूं और आगे भी झेलता रहूंगा मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
इसके आगे आनंद मोहन ने कहा कि, किसी गरीब से या किसी वंचित से, किसी शोषित से, किसी दलित से मेरी लड़ाई रही है। मैं बगल में शिवहर से था साबित कर दें कि मैंने ऐसा काम किया। मैं महेषी से जहां 7000 वोट थे राजपूतों के वहां आनंद मोहन जीता 62000 वोटों से। इसी गरीब, दलित और वंचित समाज के वोटों से हमें हमेशा आशीर्वाद मिलता रहा है। आनंद मोहन ने कहा कि मैं पूरी तरह से खुली किताब हूं। आप लोगों के सामने हैं।
लेकिन इतना जरूर कहना है कि अब इन साजिशों के खिलाफ, इन गालियों के खिलाफ, इस अपमान के खिलाफ, इन जिल्लत के खिलाफ, डरने वाले नहीं हैं। हमने तय किया है जो हमसे प्यार करते हैं वह 10 लाख से अधिक भीड़ की संख्या में गांधी मैदान में जुटेंगे। आपको बताते चलें कि, आनंद मोहन ने कहा किनवंबर में पटना के गांधी मैदान में एक बड़ी रैली की तैयारी चल रही है। जिसमें 10 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे। नवंबर में होने वाली रैली की तैयारी को लेकर अभी से ही न्यौता दिया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उस रैली में पहुंचे।