Muzaffarpur /beforeprint. बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां बिहार में विकास को लेकर तरह-तरह के कल्याणकारी योजनाएं को धरातल पर उतारने को लेकर लगातार दावे कर रहे हैं लेकिन नीचे बैठे अधिकारी उनके इस दावों की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा कार्य किए गए हो या सरकार के द्वारा , योजनाओं में किस तरह से नीचे बैठे अधिकारियों के द्वारा बंदरबांट की जाती है इसका जीता जागता उदाहरण जिले के बोचहाँ प्रखंड के करणपुर उत्तरी पंचायत में देखने को मिल जाएगा। यहां लाखों की लागत से बनी सड़क अब खतरे को आमंत्रण दे रही है। इस सड़क से गुजरने वाले राहगीरों के साथ किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है। इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। दरअसल मामला जिले के बोचहाँ प्रखंड के करणपुर उत्तरी पंचायत के वार्ड संख्या 1 का है। ग्रामीणों की माने तो यह वो सड़क है जहां से कई गांव के लोग इस रास्ते से होकर प्रखंड कार्यालय , थाना या हाट में रोजमर्रे की जरूरत के लिए लोग इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं। और तो और इमरजेंसी में हॉस्पिटल जाने वाली सड़क जर्जर हो चुकी है। जरा- सी बरसात में ही सड़क के नीचे से मिट्टी बह गया सड़क पर आने जाने वाले लोगों के लिए मुसीबत बन गया। समय रहते अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो सड़क ध्वस्त हो जाएगी और ग्रामीणों का आना जाना बाधित हो जाएगा।