*11अगस्त को शहर से गांव तक आजादी मार्च तथा 15अगस्त को तिरंगा फहराने के साथ संविधान की प्रस्तवाना का पाठ कर लिया जायेगा संकल्प
मुजफ्फरपुर/बीपी प्रतिनिधि। माले जिला सचिव कृष्णमोहन ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि आजादी के 75 साल के मौके पर 9 से 15 अगस्त तक‘संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ – शहीदों के सपनों का भारत बनाओ ‘ नारे के साथ शहर से गांव तक अभियान चलाया जायेगा। बिहार में इसकी शुरूआत 11 अगस्त से होगी जिस दिन 1942 के आंदोलन के दौरान विधानसभा के समक्ष सात नौजवान शहीद हुए थे।
1908 में 11अगस्त को ही मुजफ्फरपुर में शहीद खुदीराम बोस को फांसी दी गई थी। 11 अगस्त को तिरंगे के साथ आजादी मार्च के आयोजन के बाद 15 अगस्त को पार्टी दफ्तरों सहित गांव-कसबों में तिरंगा फहरा कर संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक रूप से पाठ किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा है कि भारत सरकार ने 13 से 15 अगस्त‘घर-घर तिरंगा’ का अभियान लिया है। सवाल यह है कि हर घर तिरंगा पहुंचेगा कैसे? सरकार पचीस रुपये की दर पर पोस्ट ऑफिस के जरिए तिरंगा बेचने की बात कह रही है।
इस बाबत हमारी पार्टी ने भारत की प्रेसिडेंट श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर अपील की है कि पंचायती राज व्यवस्था के जरिए सभी राशन कार्डधारी परिवारों को मुफ्त में तिरंगा पहुंचाया जाए। महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी व सूखे की जो स्थिति है उसमें आम लोगों के लिए तिरंगा खरीद कर फहराना संभव नहीं हो पायेगा। दूसरी ओर फ्लैग कोड 2002 में संशोधन करके सरकार ने मशीन से बने व पॉलिस्टर के झंडों के उपयोग की मंजूरी दे दी है। यह आजादी के आंदोलन की भावना के उलट है। खादी हमारे राष्ट्रीय आंदोलन की पहचान है। इसलिए सरकार राष्ट्रीय झंडे के उत्पादन से संबंधित संशोधन को वापस लेकर खादी से बने झंडे के इस्तेमाल की गारंटी करे।