घुमंतु समुदाय के लोगों ने दिया डूबते सूरज को अर्घ्य, सालों से नहीं गये अपने गांव, सरकारी योजनाओं का नहीं मिलता लाभ

मुजफ्फरपुर

Muzaffarpur/Befoteprint : जिले के बोचहा प्रखंड के शरफुद्दीनपुर में रह रहे घुमंतु समुदाय ने भी आज सायंकालीन अर्घ दिया।नहाय खाय के साथ छठ पर्व पूजा की शुरुआत के साथ ही छठ पर्व के लिए इन लोगों ने बाजारों में जमकर खरीदारी की। इसको लेकर सब्जी मंडी सहित बाजारों में छठ पूजा के लिए सूप, टोकरी पूजा का सामान फल और गन्ने के साथ साथ सजावट का सामान और शृंगार का सामान श्रद्धालु ने खरीदा।

और देखते ही देखते उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व संपन्न हो जाएगी। उसके बाद सरकार के अदना से लेकर आला अधिकारी तक वाहवाही बटोरने में लग जाएंगे। प्रशासन को यह एहसास भी नहीं होगा। इस बात पर कोई ध्यान भी नहीं देना चाहेगा कि इस जमाने में कुछ ऐसे समुदाय हैं जिन्हें सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई गई योजनाओं का लाभ इन लोगों को मिलना अति आवश्यक है।

मगर अफसोस है कि छठ पर्व में सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई जा रहे लाभ इन लोगों तक पहुंचता ही नहीं। कुछ ऐसी ही बातें सरफुद्दीनपुर उच्च विद्यालय में रह रहे सोनू करोड़ी चंद सी करोड़ी सुलभा करोड़ी घुटन करोड़ी बादुर करोड़ी बंधन शाह रामबाबू करोड़ी पप्पू करोड़ी वीरेंद्र करोड़ी यह सभी लोग घुमंतु समुदाय के है।

इन लोगों ने बताया कि हम लोग कई वर्षों पहले करपुरीग्राम ताजपुर की पुश्तैनी जमीन को छोड़कर यहां रह रहे हैं छठ पर्व में भी हम लोगों को सरकार द्वारा कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराया गया और नहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि ने भी हम लोगों के ऊपर ध्यान दिया। ऐसे में छठ पर्व को मनाने की बड़ी चुनौती थी।

हम लोगों के पास पैसे भी नहीं है। ऐसे में क्या किया जाए कुछ समझ में नहीं आ रहा था। तभी हम लोगों ने हाथ में कुदाल लेकर विद्यालय परिसर में ही एक छोटा सा गड्ढा खोद दिया और उसमें पानी भर दिया ताकि डूबते सूरज को अर्घ्य दिया जा सके।