किसान रजिस्ट्रेशन और आधारकार्ड पर मिलेगा उर्वरक
Muzaffarpur: जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। प्रखंड स्तरीय कृषि अधिकारी किसानों को सही मूल्य पर उर्वरकों कुछ आपूर्ति सुनिश्चित कराएं।यह जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी है। उन्होने कहा है कि सभी प्रखण्डों में वरीय प्रभारी पदाधिकारी कृषि विभाग, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार द्वारा लगातार भ्रमण और निरीक्षण किया जाए एवं भ्रमण के दौरान कृषकों को उर्वरक से संबंधित समस्याओं को तुरन्त निष्पादन करें एवं किसानों से वार्ता कर आवश्यक सुझाव भी दिया जाए। उर्वरक की कोई कमी नहीं हो इसके लिए जीरो टॉलरेंस नीति का अनुपालन करे साथ ही उन्होंने कृषकों से अनुरोध किया है कि अगर उन सभी से उर्वरक विक्रेताओं द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य लिया जा रहा हो तो अपने पंचायत के कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी से तुरत शिकायत करें।
कृषि समन्वयक जो उर्वरक निरीक्षक के रूप में अधिसूचित है। जिसके क्रम में उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के प्रदत शक्ति के आलोक में संबंधित पंचायत अन्तर्गत सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों का भौतिक सत्यापन, सभी अनुज्ञप्तिधारी उर्वरक प्रतिष्ठान का पॉस में प्रदर्शित स्टॉक एवं गोदाम में संधारित उर्वरकों की मात्रा का भौतिक सत्यापन रैक प्वाईट से आवंटित उर्वरक खुदरा उर्वरक विक्रेता के पास पहुँचते ही भौतिक सत्यापन करना सत्यापन प्रतिवेदन उपलब्ध कराना अपने निगरानी में किसानों को उर्वरक का विक्रय कराना, किसानों को पॉस मशीन से विक्री के पश्चात् बिक्री रसीद (कैश मेमो) अनिवार्य रूप उपलब्ध कराना, सभी प्रतिष्ठानों पर स्टॉक बोर्ड अथवा डिजीटल स्टॉक बोर्ड प्रदर्शित करना अनिवार्य है।
साथ ही सभी कृषि समन्वयक एवं प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण एवं निरीक्षण तथा छापामारी करेंगे अगर कोई दोषी है तो उस पर प्राथमिकी दर्ज भी करेंगे। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रत्येक पंचायत में किसान सलाहकार , कृषि समन्वयक कार्यरत है तथा पंचायत कृषि कार्यालय में बैठते है। कृषकों को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उनसे संपर्क कर सकते है। यदि उस स्तर से निदान नहीं होने पर वे प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी एवं प्रखण्ड के नामित वरीय पदाधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने के उपायों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा है कि 8 फरवरी तक रबी 2022-23 अन्तर्गत कुल 285 छापेमारी की गई है जिसमें 28 मेंअनियमितता पाई गई है। उसमें से 10 अनुज्ञप्ति को रद्ध किया गया है 01 अनुज्ञप्ति को निलबिंत एवं 03 पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है जबकि 14 अनुज्ञप्ति धारक से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
मुजफ्फरपुर जिले में 6774.631 एमटी यूरिया की उपलब्धता है। सभी कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार इस यूरिया वितरण की सतत् निगरानी करते हुए वैसे ही किसानों को यूरिया की आपूर्ति की जाएगी जिनके पास किसान रजीस्ट्रेशन एवं आधार कार्ड दोनों उपलब्ध हो प्रति किसान दो बैग यूरिया से अधिक नहीं दिया जाएगा। किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक की उपलब्धता हो इसे लेकर कृषि विभाग काफी सजग है। सभी कृषि समन्वयक अपने कार्य क्षेत्र के प्रतिष्ठान पर मौजूद होकर यूरिया का वितरण करायेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं करेंगे। यात्रिकरण योजना- कृषि यांत्रिकरण योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 अन्तर्गत इस जिले के लिए कुल मो० 425.88 लाख रुपये आवंटित है, जिसके आलोक में अब तक 6815 कृषकों द्वारा विभिन्न कृषि यंत्रों के लिए ऑन लाईन आवेदन किया गया। जिसमें लगभग 2.01.32,000 लाख रुपये तक का स्वीकृति पत्र निर्गत किया गया है।