अगले 5 दिनों तक उत्तर बिहार के जिलों में होगी हल्की मध्यम बारिश

मुजफ्फरपुर

उमस भरी गर्मी से मिलेगी राहत

Muzaffarpur/Befoteprint : ग्रामीण कृषि मौसम सेवा ,डाक्टर राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय ,पूसा एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग ने3से 7सितम्बर तक के लिए मध्यावधि मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। पूर्वानुमान के अनुसार कल से 7 सितम्बर तक उत्तर बिहार के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की सम्भावना है।

विगत मासम पूर्वानुमान आकलन मौसमीय वेद्यशाला पूसा के आकलन के अनुसार पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमशः 32.8 एवं 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा। औसत सापेक्ष आर्द्रता 95 प्रतिशत सुब मेंह में एवं दोपहर में 77 प्रतिशत, हवा की औसत गति 1.8 कि०मी० प्रति घंटा एवं दैनिक वाष्पण 2.2 मि०मी० तथा सूर्य प्रकाश अवधि औसतन 0.4 घन्टा प्रति दिन रिकार्ड किया गया।

5 से०मी० की गहराई पर भूमि का औसत तापमान सुबह में 30.2 एवं दोपहर में 37.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इस अवधि में 4.2 मि०मी० वर्षा रिकार्ड हुई। पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलो में हल्के से मध्यम बादल छाये रह सकते हैं। इस दौरान तराई तथा मैदानी जिलोंके अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा होने का भी अनुमान है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 26-27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। पूर्वानुमान की अवधि में पछिया हवा औसतन 8-10 कि०मी० प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 70 से 80 प्रतिशत तथा दोपहर में 50 से 60 प्रतिशत रहने की संभावना है।

किसानों को सलाह
• उरद और मूंग की फसल में पीला मोजैक वायरस से ग्रस्त पौधों को उखार कर नष्ट कर दें। बीमार पौधों की पत्तियों पर पीले सुनहरे चकत्ते पाये जाते है एवं बीमारी की उम्र अवस्था में पूरी पत्ती पिली पड़ जाती है। पत्तियाँ आकार में छोटी हो जाती है। पुष्प एवं फलन प्रभावित हो जाती है यह रोग सफेद मक्खी द्वारा फैलता है रोग के विस्तार से बचाव के लिए इमिडाक्लोप्रिड एक मी०ली० प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर आसमान साफ रहने पर 3 छिड़काव करें।

• फूलगोभी की अगात किस्मों की रोपाई समाप्त करें। बोरान तथा मॉलिब्डेनम तत्व की कमी वाले खेत में 10-15 किलो ग्राम बोरेक्स तथा 1-2 किलोग्राम
अमोनियम मालिब्डेट का व्यवहार खेत की तैयारी के समय करे फुलगोभी की मध्यकालीन किस्में अगहनी, पूसी, पटना मेन, पूसा सिन्थेटिक 1, पूसा शुभा पूसा शरद, पूसा मेघना, काषी कुवारी एवं अर्ली स्नोबॉल किस्मों की बुआई नर्सरी में गिराये।

•टमाटर की काषी विषेष, कापी अमन, सर्वण लालिमा, सर्वण नवीन, अर्का आभा किस्मों की नर्सरी उथली क्यारियों में पंक्तियों में गिरायें सब्जियों की नर्सरी में

•लाही, सफेद मक्खी व चूसक कीड़ों की निगरानी करें। अगात मूली की बुआई करें। इसके लिए पूसा चेतकी, पूसा देषी, पूसा हिमानी, जौनपुरी जापानी सफेद, पूसा रष्मि, जापानी सफेद, पंजाब सफेद, अकी

•निषान्त आदि प्रभेद अनुषंसित है बीजदर 4 से 5 कि०ग्रा० प्रति हेक्टेयर तथा 25X10 से0मी0 की दूरी पर बुआई करें।

•फूलगोभी की पूसा अगहनी, पूसी, पटना मेन, पूसा सिन्थेटिक 1, पूसा शुभा, पूसा शरद, पूसा मेघना, कापी कुवारी एवं अर्ली स्नोवाल आदि किस्मों की रोपाई करे बौरान तथा मॉलिब्डेनम तत्व की कमी वाले खेत में 10-15 किलो ग्राम बोरेक्स तथा 1 किलोग्राम सोडियम मालिब्डेट या अमोनियम मालिब्डेट का व्यवहार खेत की तैयारी के समय करे। अगात फुल गोभी में पत्ती खाने वाली कीट (डायमंड बैंक नाँच) की निगराणी करे एवं प्रकोप दिखाई देने पर बचाव
हेतु स्पेनोसेड दवा एक मी०ली० प्रति 4 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव आसमान साफ रहने पर करें। • पत्तागोभी की अगात किस्मों की बुआई नर्सरी में करें इसके लिए प्राइड ऑफ इण्डिया, गोल्डेन एकर, पूसा मुक्ता, पुसा अगेती एवं अर्ली ड्रम हेड किस्में अनुषंसित है।

टमाटर की नर्सरी उथली क्यारियों में पंक्तियों में गिरायें मिर्च, बैगन, टमाटर की नर्सरी में लाही, सफेद मक्खी व चूसक कीहों की निगरानी करें ये कीट विषाणु जनित रोग के लिए वाहक का काम करते है जिससे पौध के पते टेढ़े-मेढ़े होकर सिकुड़कर रोगग्रस्त हो जाते है यह बड़ी तेजी से एक–पौधे से दुसरे पौधे में फैलता है। इससे बचाव के लिए इमिडाक्लोरोप्रिड दवा का 0.3. मी.ली. प्रति लीटर पानी की दर से घोल कर छिड़काव करें। • बैगन की तैयार पौध की रोपाई करें। रोपनी से पहले 1 ग्राम फ्युराजान 3 जी० दानेदार दवा प्रति पौधा की दर से जड़ के पास मिट्टी में मिला कर रोपनी करें।

आज का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 21 डिग्री सेल्सियस अधिक, आज का न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस, सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम रहा।