मुजफ्फरपुर/बिफोरप्रिंट। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन(ऐपवा) जिला कमिटी की बैठक में बेतहाशा बढ़ती महंगाई और महिलाओं पर बढ़ती हिंसा के लिए पटना-दिल्ली की सरकार को जिम्मेवार ठहराया गया। इसके खिलाफ महिलाएं सड़कों पर उतरेंगी। महिलाओं का आंदोलन तेज करने के लिए बड़े पैमाने पर गांव-मुहल्लों के स्तर पर महिलाओं की कमिटी बनाने पर जोर दिया जायेगा।
बैठक हरिसभा चौक स्थित माले कार्यालय में आयोजित हुई जिसमें ऐपवा जिला अध्यक्ष शारदा देवी, कमिटी सदस्य रानी प्रसाद, प्रो भवानी रानी दास, चंद्रकला देवी, कुसुमी देवी, रसीदा खातुन, उर्मिला देवी, रेणु देवी, सुमित्रा देवी, किरण देवी, विमला देवी, आशा देवी सहित प्रो अरविंद कुमार डे और माले जिला सचिव कृष्णमोहन भी शामिल थे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जून-जुलाई में मुहल्ला व गांव-पंचायत के स्तर पर बड़े पैमाने पर महिला कमिटी का गठन, अगस्त में नगर व प्रखंड सम्मेलन के बाद जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। सितंबर में ऐपवा का बिहार राज्य सम्मेलन भी दरभंगा में आयोजित है। इस दौरान महिलाओं पर बढ़ती हिंसा, महंगाई,बेरोजगारी और बुलडोजर राज के खिलाफ शहर सहित गांव-पंचायतों तक आंदोलन तेज करने पर जोर दिया जायेगा। प्रखंड व जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन भी किया जायेगा।
बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार महंगाई पर रोक लगाने के बदले कॉरपोरेट कंपनियों को लूट की छूट दे रखी है। महंगाई के साथ बेरोजगारी की मार से महिलाएं भी त्रस्त हैं। नीतीश व मोदी सरकार रसोई गैस ,खाद्य सामग्री, तेल तथा रोजाना के सामानों पर बढ़े दाम व टैक्स को कम करने के बदले बढ़ाने में लगी हुई है।
आगे उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों को घर व जमीन मुहैया कराने के बदले अतिक्रमण का बहाना बना कर झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोजर चला रही है। यूपी के बाद बिहार में भी बुलडोजर राज की धमकी दी जा रही है। गरीबों व अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। महिलाएं बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी व महिला हिंसा के साथ बुलडोजर राज के खिलाफ भी सड़कों पर उतरेंगी।