मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, एनडीआरएफ, पुलिस, एसडीआरएफ तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मुजफ्फरपुर के संयुक्त तत्वावधान में शेरपुर अवस्थित इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप (होली मिशन स्कूल के बगल में) पर अपराहन 04.00 बजे से ऑफ साइट मेगा माक ड्रिल का आयोजन किया गया।
इस मोबाइल का थीम हमारी तैयारी हमारा विश्वास रखा गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय कुमार पाल, फैक्ट्री इंस्पेक्टर मुजफ्फरपुर तथा विशिष्ट अतिथि मोहम्मद साकि़ब खान, कंसलटेंट/ डीएम प्रोफेशनल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मुजफ्फरपुर रहे। कार्यक्रम के दौरान जितेंद्र कुमार मुरमू, चीफ प्लांट मैनेजर, इंडियन ऑयल दीपायन राय, वरीय डिपो प्रबंधक, भारत पेट्रोलियम, चंदन भारती, सेफ्टी मैनेजर इंडियन ऑयल, गौतम शर्मा अग्निशमन पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर, श्री दुर्गानंद टीम कमांडर, एसडीआरएफ, अरविंद कुमार टीम कमांडर एनडीआरएफ, पीके पासवान, पुलिस निरीक्षक उपस्थित रहे।
इस मॉक ड्रिल के दौरान विभिन्न रिस्पांस एजेंसियों ने संयुक्त रूप से इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम की प्रणाली का भी अभ्यास किया। मॉक ड्रिल से पूर्व सभी संबंधित एजेंसियों ने पूर्व तैयारी तथा रणनीति तय करने के लिए टेबल टॉप एक्सरसाइज भी किया।
ड्रिल का विवरण : मॉक ड्रिल के दौरान एक बाइक बाइक सवार पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने के दौरान मोबाइल पर बात कर रहा था तथा उसकी इसी लापरवाही के चलते नोजल से आग लग गई व वहां पर अफरातफरी की स्थिति व्याप्त हो गई। पेट्रोल पंप के कर्मियों ने अग्निशामक यंत्र से आग पर काबू करने का प्रयास किया परंतु आग रुक नहीं पाई तथा आसपास फैल गई।
पेट्रोल पंप के प्रबंधक ने जिला आपातकालीन संचालन केंद्र, मुजफ्फरपुर, पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस को सहायता के लिए फोन किया तथा इसके उपरांत सबसे पहले बीपीसीएल तथा आईओसीएल की स्थानीय टीम वहां पर रिस्पांस करने के लिए पहुंची तत्पश्चात फायर ब्रिगेड की टीम की गाड़ी पानी तथा फोम के प्रेशर से आग पर काबू करने का प्रयास किया। फायर बिगड़ की टीम की अरोरा आसपास की धनु तथा बहनों पर भी पानी का छिड़काव कुलिंग मेथड के तहत किया गया।
इसके उपरांत एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीम ने बचाव कार्य का दायित्व संभाला। इसी दौरान घटनास्थल पर 2 व्यक्ति हताहत पाये गये एसडीआरएफ तथा टीम ने संयुक्त रूप से प्रभावित व्यक्तियों का प्राथमिक उपचार किया तथा सुरक्षित ढंग से एंबुलेंस तक पहुंचा कर मेडिकल टीम के हवाले किया। इसके उपरांत एनडीआरएफ सदस्यों की टीम ने फायर सूट पहनकर आसपास के सभी क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चलाया इस दौरान यह पाया गया कि अब अग्नि का प्रभाव समाप्त हो गया है तथा इस बचाव कार्य की समाप्ति की घोषणा की गई। बचाव कार्य कुल 30 मिनट चला।
इस अवसर पर फैक्ट्री इंस्पेक्टर संजय कुमार पाल ने कहा कि इस तरह के माकड्रिल का अभ्यास सभी पेट्रोल पंपों पर तथा ज्वलनशील पदार्थ रखने वाले ऐसा संस्थानों व औद्योगिक प्रतिष्ठानों में निरंतर किया चाहिए। फैक्ट्री अधिनियम में भी इसका सख्त प्रावधान किया गया है तथा इस दिशा में सभी औद्योगिक संस्थानों को भी माकड्रिल करने का निर्देश दिया जा रहा है।
मोहम्मद साकि़ब खान कंसलटेंट/डीएम प्रोफेशनल, आपदा प्रबंधन ने कहा कि इस मॉक ड्रिल की थीम हमारी तैयारी हमारा विश्वास इस आशय से रखा गया था कि हम जितना ही तैयारी करेंगे। आपदाओं से निपटने के लिए तथा घटनाओं का त्वरित रिस्पांस करने में हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा। हम सक्रियता से सभी रिस्पांस कार्यों का संचालन सुचारू रूप से कर पाएंगे व ऐसे मॉकड्रिल कार्यक्रम विभिन्न एजेंसियों को एक साथ एक टीम के रूप में समन्वित रुप से बचाव कार्य करने की दक्षता प्रदान करते हैं।
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दीपायन रॉय ने कहा कि हमारे संस्थान अत्यंत ही ज्वलनशील पदार्थ रखते हैं तथा संस्थान को सुरक्षित रखने तथा आसपास के क्षेत्रों को भी सुरक्षित करने के लिए इस प्रकार का ड्रिल निरंतर किया जाता है। इस अवसर पर अग्नि सिपाही श्री कृष्ण राव ने अग्नि सुरक्षा गीत जाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। जितेंद्र कुमार मुरमू ने इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापन प्रदान किया। इस अवसर पर आसपास के लोग तथा मीडिया के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।