मुजफ्फरपुर : अस्पताल में डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाते रहे परिजन और दर्द से एक घंटे तक छटपटाते हुए मर गया मरीज

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मुजफ्फरपुर/बीपी प्रतिनिधि। मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा मरीज अरविंद रजक दर्द से घंटेभर छटपटाते हुए मर गया लेकिन डॉक्टर नहीं आए। जानकारी के अनुसार सिकंदरपुर धोबी घाट निवासी अरविंद रजक को मुंह से खून आने के बाद परिजन उसे सदर अस्पताल लाए थे।

वह दर्द से छटपटा रहा था। परिजनो  का आरोप है कि वे अस्पताल के कर्मियों से डाक्टर को बुलाने की गुहार लगाते रह गये लेकिन कोई भी डाक्टर मरीज को देखने नहीं आया। करीब घंटा भर दर्द से छटपटाते रहने के बाद अरविंद ने दम तोड़ दिया। अरविंद की मौत की सूचना मिलते ही उसके  परिजन और मोहल्ले के दर्जनों लोग अस्पताल पहुंच गये। परिजनों ने डॉक्टरों व कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। लोगों का आक्रोश देख अस्पताल के गार्ड और कर्मी भी वहां से हट गये। 

परिजनों का आरोप है कि अरविंद दर्द से छटपटा रहे थे। वे लोग डॉक्टर को खोज रहे थे, लेकिन एक घंटे बाद भी कोई डॉक्टर अरविंद को देखने नहीं पहुंचे। परिजन रो रोकर कर्मियों से फरियाद कर रहे थे। लेकिन उनलोगों की कोई नहीं सुन रहा था। इस बीच अरविंद की मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार ने कहा कि मरीज की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई थी। उस समय कोई डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थे।

मृतक के भाई बबलु रजक ने बताया कि उसका भाई मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। वह मजदूरी कर घर लौटा था।खाना खाने के बाद उसकी तबियत बिगड गई।उसके मुह से खून निकलने लगा।आनन -फानन मे उसे सदर अस्पताल लाया गया। उस समय अस्पताल मे कोई डाक्टर उपस्थित नहीं थे। अस्क्टपताल के कर्मियों से डाक्टर को बुलाने की बहुत  गुहार लगाई लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी।

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मृतक के भाई बबलू रजक ने बताया कि उनके भाई मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। वे मजदूरी कर घर लौटे थे। खाना खाने के बाद अचानक तबीयत बिगड़ गई। उनके मुंह से खून गिरने लगा। आनन-फानन में वे लोग अरविंद को लेकर अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी का पूर्जा कटवाया लेकिन डॉक्टर के रूम में ताला लटका था। मौत के बाद एक कर्मी पुर्जा लेकर भाग गया।