मुजफ्फरपुर : बागमती नदी के अधिशेष पानी को बूढ़ी गंडक नदी में डालने की योजना घातक, सरकार इस जनविरोधी योजना को रद्द करे : भाकपा

Local news Politics बिहार मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानंद ठाकुर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज मंगलवार को जिला पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर को ज्ञापन सौंपकर बिहार सरकार द्वारा शिवहर जिला के बेलवा धार योजना के तहत बेलवा धार स्थल पर हेडू रेगुलेटर बनाकर बागमती नदी के अतिरिक्त पानी को बेलवा-मीनापुर लिंक चैनल के माध्यम43 से बूढ़ी गंडक नदी में डाले जाने की महत्वाकांक्षी योजना को जनविरोधी बताते हुए इसे रद्द करने की मांग की है।

जिला पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर के माध्यम से बिहार सरकार को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि बूढ़ी गंडक नदी में बागमती नदी के अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से बूढ़ी गंडक नदी के जर्जर तटबंधों पर दबाव बढ़ेगा और नदी किनारे बसे बड़ी आबादी, यातायात, व्यावसायिक-औद्योगिक-शैक्षणिक प्रतिष्ठानों के अस्तित्व पर गंभीर संकट उत्पन्न हो जाएगा।

विदित हो कि बिहार सरकार बागमती नदी में बाढ़ से उत्पन्न भीषण त्रासदी पर नियंत्रण के लिए बेलवा धार में हेड रेगुलेटर बनाकर बेलवा धार से मीनापुर तक अड़सठ किलोमीटर बागमती नदी के मृत धारा को पुनर्जीवित कर बुढ़ी गंडक नदी में पचास हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने की योजना पर काम कर रही है। सरकार की समझ है कि बेलवा धार से मीनापुर तक कैनल बनाकर किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी लेकिन बागमती नदी के अतिरिक्त पानी को बुढ़ी गंडक नदी में प्रवाहित करने से बुढ़ी गंडक नदी क्षेत्र के आम नागरिकों के जान-माल पर गंभीर संकट उत्पन्न हो जाएगा।

पहले से ही आम लोगों की जिन्दगी पर कहर बरपा रही बुढ़ी गंडक नदी में अतिरिक्त पानी डालें जाने से न सिर्फ किसानों का फसल बर्बाद होगा बल्कि नदी किनारे बसे लोगों का जीना दुभर हो जाएगा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सरकार की इस जनविरोधी योजना को रद्द नहीं किए जाने पर अन्य वामपंथी, प्रगतिशील तथा लोकतांत्रिक दलों को साथ लेकर चरणबद्ध आंदोलन का आगाज करेगी। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार सिंह, जिला सचिव राम किशोर झा, राज्य परिषद् सदस्य चन्देश्वर प्रसाद चौधरी, जिला सचिव मंडल सदस्य मो० युनूस तथा अवधेश पासवान एवं पवन कुमार सिंह शामिल थे।

यह भी पढ़ें…