-कोल्डस्टोर मे जमा नहीं हो पा रहा है आलू
मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। आलू उत्पादक किसान तीन दिनो से आलू की बरियां लदी गाडी रोड पर खडी कर कोल्ड स्टोर में आलू रखे जाने का इंतजार कर रहे हैं। उनके लिए कोल्डस्टोर मे आलू रखवाना परेशानी का शबब बन गया हे। उनकी यह परेशानी होली की खरीददारी पर भारी पड़ने लगी है। हाल में ही किसान आंदोलन पूरे देश में काफी चर्चित हुआ था। भारत के किसान एक साल से अधिक की अवधि तक सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून का विरोध करते रहे।
बाद में सरकार ने कानून को वापस ले लिया। पर किसानों के ऊपर इसका कितना प्रभाव पड़ा यह किसी से छिपा नहीं है। बिहार के मुजफ्फरपुर के किसान पिछले तीन दिनों से कोल्ड स्टोर में आलू जमा करने के लिए सड़क किनारे खड़े हैं। इन किसानों का कहना है की आलू जमा करने के चक्कर में होली की खरीददारी नहीं कर पा रहे हैं। सकरा के रेपुरा से आएआलू उत्पादक किसान दीपक कुमार बताते हैं, हमलोग पिछले तीन दिनों से अपनी गाड़ी लिए इस इंतजार में बैठे हैं कि कब मेरा नंबर आयेगा और हमारा आलू कोल्ड स्टोर में जमा होगा।
उधर कोल्ड स्टोर प्रबंधन के साथ मजदूरों की कमी और किसानों के आलू का सुरक्षित भंडारण करना बड़ी जिम्मेदारी है। कोल्ड स्टोर प्रबंधक किसी भी हाल में किसान के आलू को बेतरतीब तरीके से नहीं रखना चाहते। वे अपने ट्रैक्टर पर बैठे अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। दीपक रविवार को कोल्ड स्टोरेज पहुंचे थे पर आजतक इनका आलू कोल्ड स्टोर में जमा नहीं हो पाया। रात को मच्छर काटने की शिकायत तो कभी टोकन सिस्टम का इंतजार दीपक की बेचैनियों को बढ़ा रहा है।
मुसहरी प्रखंड के दिघरा से आए किसान महेश्वर राम अपनी बारी के इंतजार में सड़क किनारे बैठे हैं। इन किसानों को शौचालय, नाश्ता, भोजन, स्नान जैसी मूलभूत समस्याओं के लिए जूझना पड़ रहा है। महेश्वर राम बताते हैं की आलू जमा हो रहा है मगर काफी जाम लगा हुआ है। किसानों को आलू जमा करने के लिए टोकन सिस्टम लागू कर दिया गया है। वे खुद दो बजे सुबह आए हैं और अपनी बारी के इंतजार में बैठे हैं।
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