नालंदा : गैर संचारी रोग नियंत्रण को लेकर आशा को मिलेगा पांच दिवसीय आवसीय प्रशिक्षण

नालंदा बिहार बिहारशरीफ हेल्थ

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय। जिले में आशा नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (गैर संचारी रोगों) पर नजर रखने की जिम्मेदारी होगी। इसे लेकर जिले के सभी प्रखंड में आशा का पांच दिवसीय आवासीय उन्मुखीकरण किया जाएगा। इसमें आशा को फैमिली फोल्डर तथा सी -बैक फॉर्म भरने की जानकारी दी जाएगी।

प्रशिक्षण के उपरांत आशा कार्यकर्ता जिले में कार्यरत जीविका के संकुल क्षेत्र संघ (क्लस्टर फेडरेशन) के क्षेत्र में आयोजित कैंप पर प्रत्येक सोमवार, बृहस्पतिवार एवं शनिवार को संबंधित यूपीएचसी, एपीएचसी, एएचसी पर कार्यरत आशा, एएनएम स्टाफ, नर्स, सीएचओ, चिकित्सा पदाधिकारी एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर आदि कर्मियों की एक टीम द्वारा सभी आवश्यक उपकरणों एवं सामग्रियों के साथ उपस्थित होकर लोगों का गैर संचारी रोग से संबंधित बीमारियों का स्क्रीनिंग करेगी।

आशा कार्यकर्ता यूपीएचसी एपीएचसी एवं एचएससी के अंतर्गत कार्यक्षेत्र में ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार के अंतर्गत जिला स्तरीय जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य एवं उनके घरों में रहने वाले प्रत्येक परिवारों का फैमिली फोल्डर एवं परिवार के 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का सी बैक फॉर्म रुप से भरेगी।

कार्यक्रम के तहत कैंसर, मधुमेह, हृदयवाहिका रोग और लकवा आदि के मरीजों की लक्षणों व सामान्य जांच के आधार पर ऐसे मरीजों को चिह्नित करेंगी। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचाकर इलाज में मदद करेंगी। ताकि नियत समय पर ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज हो सकेगा।

कुल छह बिदुओं पर ली जाएगी जानकारी : सभी आशा को सी-बैक फॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा। अपने-अपने क्षेत्रों में आशा जीविका दीदी के घर में जाकर लोगों से पूछताछ करेंगी और चिह्नित रोगों के बारे में जानकारी लेकर फॉर्मेट में भरेगी। भरे हुए फॉर्मेट की सहायता से एएनएम टेबलेट के जरिए जानकारियों को एनसीडी एप पर अपलोड करेगी। मरीजों से कुल 6 बिदुओं पर जानकारी ली जाएगी। जीविका दीदी द्वारा स्क्रिनिग किए गए मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज के लिए प्रेरित किया जाएगा।

जिले के सभी जीविका दीदी का किया जायेगा पॉपुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग फॉर एनसीडी : जिले में आशा कार्यकर्ता यूपीएचसी एपीएचसी एवं एचएससी के अंतर्गत कार्यक्षेत्र में ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार के अंतर्गत जिला स्तरीय जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य एवं उनके घरों में रहने वाले प्रत्येक परिवारों का फैमिली फोल्डर एवं परिवार के 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का सी बैक फॉर्म रुप से भरेगी।

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कार्यक्रम के तहत कैंसर, मधुमेह, हृदयवाहिका रोग और लकवा आदि के मरीजों की लक्षणों व सामान्य जांच के आधार पर ऐसे मरीजों को चिह्नित करेंगी। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचाकर इलाज में मदद करेंगी। ताकि नियत समय पर ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज हो सकेगा।