Nalanda: आरक्षण विरोधी है भाजपा : जदयू

नालंदा बिहार

Biharsharif/Avinash pandey: नालंदा जिला जनता दल यूनाइटेड एवं बिहारशरीफ नगर जिला जनता दल यूनाइटेड के द्वारा बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहे पर आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष सिया शरण ठाकुर ने की। संचालन बिहार शरीफ नगर अध्यक्ष नदीम जाफर उर्फ गुलरेज अंसारी ने की। इस अवसर पर बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार जनता दल यू के राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर सुनील कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक जितेंद्र कुमार, कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, कौशल किशोर संगठन प्रभारी परमहंस प्रसाद सिंह सुनील कुमार पूर्व विधायक चंद्रसेन प्रसाद असगर शमीम उपस्थित रहे। इस अवसर पर मंत्री श्रवण कुमार राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर सुनील सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि नगर निकाय के चुनावों में हाईकोर्ट ने अति पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने के मसले पर इन चुनावों पर रोक लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है, तथा अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के द्वारा रची षड्यंत्र होने की बू आ रही है।

भाजपा तथा एवं मूल इनकी मूल संस्था आर एस एस पिछले विधानसभा चुनाव में खुलकर कहां करती थी आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए और आज षड्यंत्र रच कर चुनाव में रोक लगावाकर तथा समाज में तरह-तरह की जुमलेबाजी कर समाज को में भ्रम फैलाने का काम कर रही है। पूरा देश जानता है देश में बिहार पहला राज्य है जहां ग्राम पंचायत एवं नगर निकाय के चुनावों में 2006 से ही अति पिछड़ों को 20 प्रतिशत का आरक्षण का दिया गया है। नेता नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों को सम्मान और लोकतांत्रिक अधिकार दिया है। सरकार की योजनाओं एवं नौकरियों में अति पिछड़ों को विशेष आरक्षण देकर छूट देने का काम किया है। जो देश में अद्वितीय है। अति पिछड़ा वर्ग के हक को लेकर हमारी पार्टी हमारे नेता और उनके नेतृत्व में चल रही बिहार सरकार ने न्याय के साथ विकास का नारा दिया और उनकी प्रतिबद्धता रही है कि समाज के पिछले पंक्ति के शोषित वंचित समाज के लोगों को विशेष अवसर देकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया है।

इस कड़ी में उन्होंने अति पिछड़ा वर्ग को पंचायती राज एवं नगर निकाय के चुनावों में 20% का आरक्षण दिया है। यह कानून 2006 से ही लागू है और कई चुनाव हो चुके हैं। हमारे नेता ने अति पिछड़ा वर्ग के हितों से ना कोई समझौता किया है ना करेंगे। हमारी पार्टी और हमारे नेता का स्पष्ट मानना है कि बिहार में अति पिछड़ा वर्ग को आरक्षण दिए बिना निकाय का चुनाव संभव नहीं है। भाजपा हाईकोर्ट के फैसले पर लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है। महागठबंधन बनने के बाद अलग-थलग पड़ चुकी भाजपा अपने राजनीतिक जमीन खिसकने से गड़बड़ा गई है, और नेता नीतीश कुमार के संबंध में समाज में भ्रम फैलाने की नापाक कोशिश कर रही है। जबकि नेता नीतीश कुमार ने कानून बनाकर अति पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने की व्यवस्था की थी। माननीय सुप्रीम कोर्ट एवं हाईकोर्ट ने उसे सही बताया था। उसी एक्ट के तहत 2006 से लगातार चुनाव हो रहा है। आरक्षण विरोधी इस मसले पर बिहार की जनता को लगातार उलझाने की कोशिश कर रही है और इसी कड़ी में आयोग बनाने की बात कर रही है। जबकि बिहार में अति पिछड़ा वर्ग चिन्हित है।

हम शुरू से ही पूरे देश में जातीय जनगणना की मांग कर रहे थे। लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उसे अस्वीकार कर दिया। अब नेता नीतीश कुमार ने बिहार में अपने संसाधनों और साधनों से जातीय गणना करवा रही है। ज्ञातव्य होना चाहिए कि आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत ने वर्ष 2015 में विधानसभा चुनाव के समय आरक्षण समाप्त करने की वकालत कर चुके हैं और वर्तमान परिस्थिति उसी की कड़ी है। भाजपा के आरक्षण विरोधी चेहरे को बेनकाब करने और इस मुद्दे पर उसके द्वारा फैलाए जा रहे हैं। भ्रम को दूर करने के लिए आज यह कार्यक्रम आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल कार्यक्रम के तहत धरना दिया जा रहा है। जब से नेता नीतीश कुमार को देश का नेतृत्व करने को लेकर देश की जनता एवं पार्टियां उनकी ओर देख रहे हैं तब से लगातार भाजपा के द्वारा भ्रम फैलाकर उनके चेहरे को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।

आने वाले 2024 के चुनाव में बिहार की जनता एवं अति पिछड़ा समाज भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देने का काम करेंगी। इस अवसर पर प्रदेश सचिव मीरा कुमारी, वरिष्ठ जदयू नेता राजेंद्र प्रसाद, मुख्य प्रवक्ता धनंजय देव उपाध्यक्ष, मोहम्मद अरशद संजय कांत सिंहा, अनिल कुमार, अरविंद कुमार, विजय कुमार सिन्हा, विनोद कुमार सिंह, रामचंद्र चौहान, शैलेंद्र कुमार, भवानी सिंह, प्रदुमन साहू विरेंद्र कुमार मुन्ना महमूद बख्खो, चंचला वर्मा वसुंधरा कुमारी अजय चंद्रवंशी जनार्दन पंडित अब्दुल हक अमजद सिद्धकी ब्रजराज चौहान बनारस प्रसाद सिन्हा वीरेंद्र कुमार इमरान रिजवी जगलाल चौधरी नारायण यादव अली अहमद राजा मुखिया रंजीत चौधरी योगेंद्र चौहान रंजीत चंद्रवंशी सूरजभान विंद सुमन पटेल प्रखंड प्रमुख रानी देवी अजय पासवान आलोक कुशवाहा अखलाक अहमद शशिकांत टोनी अमित कुमार रिकी प्रोफेसर अशोक कुमार खुशबू कुमारी प्रेम शिला देवी सुबोध पंडित बबलू पटेल प्रखंड अध्यक्ष अरविंद पटेल, संजय कुशवाहा, तनवीर आलम, रविकांत कुमार, राकेश कुमार, सुभाष सिन्हा, सीताराम प्रसाद, रजनीश कुमार मुन्ना राजकुमार कुंदन कुमार मुकेश सिंह सहित हजारों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।