नालंदा : कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने परवलपुर प्रखंड के अलावां गांव का किया दौरा

बिहार बिहारशरीफ

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय। शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार की अध्यक्षता में एक टीम राजगीर के पूर्व विधायक रवि ज्योति कुमार, नंदू पासवान, उदय कुशवाहा, फवाद अंसारी, राजीव कुमार गुड्डू, पिंटू कुमार, कुंदन कुमार एवं मेहुल कुमार सम्मिलित रूप से परवलपुर प्रखंड के अलावां गांव का दौरा किया। जहां पर पिछले 19 मार्च होली के दिन रंग गुलाल की होली के बदले खून की होली खेली गई थी। जिलाध्यक्ष समेत जांच टीम के सभी सदस्यों ने मृतकों के परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।

कहा कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए जिला कांग्रेस कमेटी नालंदा के द्वारा आरक्षी अधीक्षक से लेकर बिहार के पुलिस महानिदेशक एवं अन्य आला अधिकारियों के साथ-साथ महामहिम राज्यपाल एवं माननीय मुख्यमंत्रीजी के पास जांच रिपोर्ट के साथ ज्ञापन देने का काम करेगी। वहां के ग्रामीणों से रूबरू होने के बाद एवं सारी स्थिति की समीक्षा के उपरांत जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि अगर परवलपुर थाना के थानेदार एवं वहां की पुलिस सजग रहती तो इस घटना को रोका जा सकता था।

पूर्व में भी दबंगों के द्वारा इन लोगों के घर पर चढ़कर गाली गलौज एवं गोली फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था। जिसकी सूचना पीड़ितों के द्वारा थाने को भी दी गई थी। घटना के 1 दिन पूर्व 18 तारीख को ही दबंगों के द्वारा मारपीट की गई थी। जिसके जख्म को भी ग्रामीणों के द्वारा दिखलाया गया उस समय भी थानेदार को यह सूचना मिली थी उसके बावजूद उन्होंने रात में केस दर्ज करने से इनकार किया। इन लोगों को सुबह में बुलाया गया सुबह 7:00 बजे से ही गांव के कमजोर वर्ग के लोग थाने में आवेदन लेकर बैठे हुए थे।

एवं 2 घंटे इंतजार के बाद भी केस दर्ज नहीं होना और इसी बीच इनकी अनुपस्थिति में घर पर चढ़कर महिलाओं एवं बुजुर्गों की हत्या कर दी जाती है। कुल मिलाकर इस घटना को दबंगई की ही घटना कही जा सकती है। राजगीर के पूर्व विधायक रवि ज्योति ने कहा कि यहां की पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सरकार के द्वारा इस तरह के घटना पर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा की ग्रामीणों की थानेदार को हटाने की मांग जायज है।

उन्होंने नालंदा के पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि अविलंब परवलपुर के थाना प्रभारी को वहां से मुअत्तल एवं स्थानांतरित किया जाए। अगर परवलपुर थाना सजग रहती तो इस घटना को रोका जा सकता था। दूसरी तरफ जांच कमेटी के सदस्यों ने अभी भी गांव की स्थिति को भयावह बताया ग्रामीणों के द्वारा यह भी बताया गया कि अभी तक पांच हत्या आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। लेकिन अभी भी उस कांड में 13 अभियुक्त गिरफ्तार होने बाकी हैं।

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