अस्थावां एनएन-82 से कुल्ती गांव तक के पथ को असमाजिक तत्वों ने काटा

नालंदा

नई अनुरक्षण नीति के तहत 1.41 करोड़ की लागत से ग्रामीण कार्य विभाग ने कराया था निर्माण क्षेत्र के पंद्रह गांवों का मुख्य सड़क से कटा लिंक

कार्यापालक अभियंता ने अज्ञात के खिलाफ दर्ज करायी प्राथमिकी,जांच में जुटी पुलिस

बिहारशरीफ: सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल ग्रामीण सड़क निर्माण को असमाजिक तत्वों द्वारा अवरूद्ध करने का मामला सामने आया है. मामले की जानकरी के बाद गामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ईं. अनीश कुमार ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. मामला जिले के अस्थावां थाना क्षेत्र के अस्थावां थाना क्षेत्र के एनएच-82 का है.

मामले की पूरी जानकारी देते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ईं. अनीश कुमार ने बताया कि असमाजिक तत्वों द्वारा नई अनुरक्षण नीति के तहत एक करोड़ 41 लाख की लागत से बने 3.61 किमोमीटर की सड़क को जेसीबी मशीन लगाकर पूरी तरह काट दिया गया है. यह सड़क अस्थावां एनएच-82 से कुल्थी गांव को एक साथ जोड़ती है.

सड़क का निर्माण पिछले वर्ष कराया गया था. मामले की जानकारी के बाद विभाग के स्तर से स्थल का निरीक्षण किया गया है. मामले की जानकारी विभाग के वरीय अधिकारियों को दी गयी है. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर इससे संबंधित प्राथमिकी अस्थावां थाने में दर्ज करा दी गयी है. उन्होंने बताया कि सोमवार की देर रात्रि इस घटना को अंजाम दिया गया है.

पंद्रह गांवों का आवागम प्रभावित
अस्थावां एनएच-82 से कुल्ती गांव तक के पथ को काटे जाने से क्षेत्र के करीब पंद्रह गांवों का मुख्य सड़क से संपर्क भंग हो गया है. जिसमें मुख्य रूप से जियर,पिंडपर,बेल्दरिया,रहमानपुर,सहबासपुर,कोयरी विगहा,मजिदपुर,फुलियारी,सरवहदी,ओइयांव,पिपरापुर सहित अन्य तीन गांव शामिल हैं. अस्थावां एनएच-82 से कुल्ती गांव तक की यह सड़क सीधे कतरीसराय के मुख्य मार्ग से जोड़ती है. इससे करीब 30-35 हजार की बड़ी आबादी प्रभावित हुई है.

कहते हैं अधिकारी
पूरे मामले की जानकारी विभाग के स्तर से अस्थावां थाना पुलिस को उपलब्ध करा दी गयी है. पुलिस पूरे मामले की जांच करने में जुटी है. प्रारंभिक जानकारी मिल रही है कि असमाजिक तत्वों द्वारा जेसीबी मशीन से पूरे सड़क को काट दिया गया है. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा पुन: इस सड़क निर्माण को बनायेगा. ईं. अनीश कुमार सिंह,कार्यपालक अभियंता,ग्रामीण कार्य विभाग,नालंदा