– शहर के दर्जनों जिम सेंटर पर सैकड़ो की संख्या में पहुंच रहा है युवा वर्ग
-योग्य प्रशिक्षक के परामर्श से स्वास्थ्य और फिटनेस के लक्ष्यों को युवा कर रहे हैं परिभाषित
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बिहारशशरीफ: यह नालंदा जिला है. जिला मुख्यालय बिहारशरीफ है. 20 प्रखंड एवं तीन अनुमंडलों का यह जिला हर एक क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहा है.बेहतर खेलकूद एवं बॉडी फिटनेस को लेकर यहां के युवाओं का क्रेज एक सकारात्मक संकेत दे रहा है. इसके लिए युवा वर्ग जिम जॉइन कर रहे हैं.स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए युवाओं की जागरूकता पहले से कहीं और बढ़ गई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फिटनेस और बॉडीबिल्डिंग के वीडियोज और फोटोस की बढ़ती लोकप्रियता ने युवाओं को जिम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है.
नालंदा जिले का सिर्फ जिला मुख्यालय बिहारशरीफ ही नहीं बल्कि जिले के तीनों अनुमंडल में कई जिम आज की तारीख में खुले हुए हैं. ऐसे जो में सुबह एवं संध्या को युवा वर्ग पहुंचकर बॉडी फिटनेस के लिए खूब पसीना बहा रहे हैं. कुछ युवा अपने व्यक्तिगत और पेशेवर लक्षण को प्राप्त करने के लिए जिम में शामिल होते हैं जैसे कि बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में भाग लेना या फिटनेस मॉडल बनना.
बॉडी फिटनेस को लेकर प्रत्येक दिन जिम आने वाले देवाशीष रंजन ने बताया कि युवाओं के बीच सामाजिक दबाव और प्रतिस्पर्धा भी जिम में शामिल होने के लिए एक कारण हो सकती है. देवाशीष का कहना है कि यह भी महत्वपूर्ण है कि युवा जिम में शामिल होने से पहले अपने स्वास्थ्य और फिटनेस के लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और एक स्वस्थ और संतुलित दृष्टिकोण को बनाए रखें.
आजकल के युवा अपने शारीरिक स्वास्थ्य और फिटनेस पर बहुत ध्यान दे रहे हैं. जिम जाना एक आम बात हो गई है, खासकर युवाओं में. वे अपने लुक को बेहतर बनाने के लिए जिम में वर्कआउट करते हैं और फिटनेस पर ध्यान देते हैं.आर्मी में भर्ती होने के लिए युवाओं का जिम में ट्रेनिंग लेना एक आम बात हो गई है.
जिम में कसरत करने से शारीरिक स्वास्थ्य में होता है सुधार
जिम जाने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. नियमित वर्कआउट से तनाव कम होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है, और शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है. युवाओं में जिम का क्रेज बढ़ने से फिटनेस इंडस्ट्री में भी वृद्धि हुई है. नए जिम और फिटनेस सेंटर खुल रहे हैं, और फिटनेस ट्रेनर्स की मांग बढ़ रही है. कुल मिलाकर, जिम जाना युवाओं के लिए एक स्वस्थ और फिट जीवनशैली का हिस्सा बन गया है.
बिहारशरीफ में कई जिम सेंटर खुले हैं
बिहार शरीफ शहर में कई जिम सेंटर खुले हुए हैं।जहां सैकड़ो की संख्या में युवा वर्ग अपनी बॉडी फिटनेस को लेकर पसीना बहाते हैं. आर्मी जॉइन करने की इच्छा के साथ प्रत्येक दिन जिम जाने वाला अमन शास्त्री बताता है कि वह प्रत्येक दिन जिम आता है.कई तरह के मॉडर्न डिवाइस लगे हुए हैं.जहां वह संध्या को करीब 3 घंटे तक कड़ी मेहनत करता है.जिम में कार्डियो स्ट्रेंथ ट्रेनिंग दी जाती है.
जिम में कसरत करने से शरीर को कई फायदे
- जिम में कसरत करने से आप अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं और मांसपेशियों का निर्माण कर सकते हैं.
- हृदय स्वास्थ्य में सुधार: नियमित कसरत करने से हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है.
- मानसिक स्वास्थ्य में सुधार: कसरत करने से मानसिक तनाव कम होता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है.
- हड्डियों की मजबूती: वजन प्रशिक्षण और अन्य कसरतों से हड्डियों की मजबूती में मदद मिलती है.
- बेहतर नींद: नियमित कसरत करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है
- मेटाबॉलिज्म में सुधार: कसरत करने से मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है, जिससे शरीर की ऊर्जा की खपत में मदद मिलती है.
- बेहतर लचीलापन और संतुलन: कसरत करने से लचीलापन और संतुलन में सुधार होता है।
- बीमारियों का खतरा कम होना: नियमित कसरत करने से मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है.
आर्मी में भर्ती होने के लिए युवाओं का जिम में ट्रेनिंग लेना एक आम बात हो गई है. योग्य प्रशिक्षक से परामर्श आवश्यक
यह ध्यान रखें कि कसरत करने से पहले एक योग्य प्रशिक्षक से परामर्श करना और अपनी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार कसरत का चयन करना महत्वपूर्ण है. योग्य प्रशिक्षक के सानिध्य में खास करके जिम में कसरत करना अति महत्वपूर्ण होता है.वहां कसरत के कई तरीकों को बताया जाता है समझाया जाता है.दशरथ के लिए इंपॉर्टेंट डाइट भी बताए जाते हैं. आर्मी में भर्ती होने के लिए युवाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहना आवश्यक है. जिम में ट्रेनिंग लेना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है.