Biharsharif/Avinash pandey: नालंदा में कानून व्यवस्था हासिये पर चला गया है। यह हम नहीं, हाल के दिनों में जिले में घटी आपराधिक घटनाएं कह रही है। गुरुवार को एक बार फिर हथियारबंद अपराधियों ने नालंदा जिले के हरनौत में किराना के थोक व्यवसाय की हत्या गोलीमार कर दी। मृतक के परिजन का कहना है कि हरनौत क्षेत्र के इर्द-गिर्द पैसे का तगादा कर मोटरसाइकिल से लौटने के दौरान अपराधियों ने लूटपाट की वारदात को अंजाम देने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की यह घटना हरनौत थाना क्षेत्र के बीरमपुर गांव के समीप नेशनल हाईवे 30 A पर घटी।
मृतक की पहचान हरनौत बाजार के निवास राजेंद्र साव के 50 वर्षीय पुत्र अशोक साव के रूप में की गई है। घटना के संबंध में मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक अशोक साव किराना दुकान के थोक व्यवसाय थे। वह प्रतिदिन दुकानदार से पैसे तगादा करते थे। वहीं गुरुवार की शाम को मोटरसाइकिल से सकसोहरा की तरफ से पैसा तगादा कर वापस घर हरनौत बाजार लौट रहे थे।
बीच रास्ते में बीरमपुर गांव के पास नेशनल हाईवे 30 A पर अपराधियों ने मोटरसाइकिल को रोक कर डिक्की में रखे रुपए लूट लिए। विरोध करने पर सीने में गोली मारकर हत्या कर दी। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें हरनौत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही हरनौत थाना पुलिस अस्पताल पहुंच गई। वहीं मृतक के परिजन शव को हरनौत बाजार रोड पर रखकर हंगामा करने लगे।
घटना के संबंध में नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा ने बताया कि मृतक अशोक कुमार उम्र लगभग 45 वर्ष सकसोहरा, पटना से लौट रहे थे। पुलिस को पहले एक्सीडेंट की सूचना मिली, परंतु घटनास्थल पर पहुंचने के पश्चात मृतक के शरीर पर 2 गोली लगने के निशान हैं। घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया गया है। पुलिस के द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है।
डीएसपी सदर- 02 और थानाध्यक्ष घटना को देख रहे हैं। हरनौत थानाध्यक्ष मोहम्मद अबू तालिब अंसारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही दलबल के साथ पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच प्रक्रिया करने में जुट गई है। मृतक के परिजनों को समझाया जा रहा है।
क्या कहता है नेचर ऑफ क्राइम
अपराध का स्वभाव इस बात की गवाही दे रहा है कि हत्या की पीछे की मनसा अपराधियों की लूटपाट ही रही होगी। हालांकि अभी तक पुलिस के वरीय पदाधिकारियों हत्या के पीछे की बात नही बताई है। पुलिस अधीक्षक ने अपने ताजा बयान में सिर्फ इतना ही कहा है कि पूरे मामले की जांच डीएसपी 2 एवं हरनौत थानाध्यक्ष कर रहे हैं। अगर सही में यह लूट के दौरान की गई हत्या है तो यह कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाने के लिए पर्याप्त होगा।