– अंततः फांसी लगा दे दी जान
Biharsharif/Avinash pandey: जुआ और नशा कभी किसी का सगा नहीं होता। जिसने भी इससे यारी की वह धोखा ही खाता है। कुछ इसी तरह का मामला नालंदा जिले के चंडी बाजार से सामने आया। यहां के एक स्वर्ण व्यवसायी संतोष कुमार के 24 वर्षीय पुत्र गौरव कुमार को ऑनलाइन गेम एवं ब्राउन शुगर की लत लग गई । वह ढाई लाख के कर्ज में भी डूब गया।
मानसिक तनाव उसका पीछा नहीं छोड़ रहा था। कर्ज में डूबने के कारण वह ब्राउन शुगर जैसा घातक नशा करने लगा। उसकी बेचैनी और बढ़ गई। डिप्रेशन का शिकार यह युवक अंततः फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली। संतोष के परिजन बताते हैं ऑनलाइन गेम एवं ब्राउन शुगर की लत ने उसकी यह स्थिति बना दी।
शनिवार की रात खाना खाने के बाद वह दूसरे कमरे में सोने चला गया। सुबह जब काफी देर तक नहीं उठा तो पत्नी जगाने गई। कमरे का दृश्य देख चीख पड़ी। पंखे से फंदा लगाकर लटका हुआ था । परिजन आनन- फानन में इलाज के लिए अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों के हवाले कर दिया गया है।