नालंदा: ठोस साक्ष्य संकलन के बाद दो आये नालंदा पुलिस की जद में

नालंदा

– एक ने ली थी पत्नी की जान तो दूसरा जमीन बेचने के नाम पर दूसरों के डकारे थे लाखों रुपए

Biharsharif/Avinash pandey: अपराध की स्क्रिप्ट लिख कर अपराध करने वाले दो शातिर रविवार को अरेस्ट कर लिये गये। इनकी गिरफ्तारी से पूर्व पुलिस ने इनके खिलाफ कई ठोस साक्ष्य का संकलन किया है। इसी वर्ष छह जून को भागन बिगहा ओपी क्षेत्र के खाजेएतवार सराय गांव में एक महिला की हत्या कर दी गई थी। महिला की पुत्री पूनम कुमारी ने इस घटना में अपने पिता विनोद यादव सहित पांच व्यक्तियों को नामजद अभियुक्त बनाया था।

पुलिस को दिए अपने आवेदन में पूनम कुमारी ने बताया था कि उसकी मां की हत्या गला दबाकर एवं ईट पत्थर से कुचल कर की गई है। इस कांड के अनुसंधान के क्रम में भागन बीघा ओपी अध्यक्ष द्वारा कार्यवाही करते हुए कांड के नामजद अभियुक्त विनोद यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के क्रम में घटना का सफल उद्भेदन हुआ। हिरासत में लिए गए अभियुक्त विनोद यादव ने घटना में अपना अपराध स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि इनकी पत्नी का अवैध संबंध था।

जिसको लेकर उन्होंने अपनी पत्नी को कई बार समझाया बुझाया। अंततः नहीं मानने पर पत्नी की हत्या गला दबाकर कर दी एवं घर को बाहर से बंद कर फरार हो गए। सदर एसडीपीओ डॉक्टर मोहम्मद शिब्ली नोमानी ने बताया कि कांड दर्ज होने के बाद नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा के निर्देश पर मामले की पूरी तफ्तीश की गई और अंततः इस मामले में मृतका का पति गिरफ्तार किया गया।

एसडीपीओ ने बताया कि इसी वर्ष 10 मई को लहेरी थाना क्षेत्र के पटेल नगर मोहल्ला निवासी हरिहर प्रसाद ने थाने में आवेदन देकर नीतीश कुमार सहित 3 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए दूसरे की जमीन का झूठा कागज की छाया प्रति उपलब्ध कराकर धोखाधड़ी करते हुए 32 लाख 17 हजार रुपए ठगी की जानकारी लिखित रूप में दी।

अनुसंधान के क्रम में लहेरी थानाध्यक्ष दीपक कुमार के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा नामजद अभियुक्त नगर थाना क्षेत्र के बासवन बिगहा निवासी बच्चन यादव के पुत्र नीतीश कुमार को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ की गई। एसडीपीओ ने बताया कि नीतीश कुमार जिले के एक बड़े गिरोह का सरगना है। जिनका अपराध शैली यह है कि वह भोले- भाले लोगों को झांसे में लेकर दूसरे की जमीन को अपना बताकर स्वरचित दस्तावेजों के आधार पर विश्वास में लेते हैं तथा जमीन बेचने के नाम पर लाखों रुपए धोखाधड़ी कर लेकर फरार हो जाते हैं। इस अपराध में तैयार लोगों की संलिप्तता सामने आई है। जिनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है।