Nalanda : अनुशासित जीवन शैली अपनाकर मधुमेह से बचें : सिविल सर्जन

नालंदा

विश्व मधुमेह दिवस पर सदर अस्पताल में जांच सह परामर्श शिविर का हुआ आयोजन
153 लोगों की हुई मधुमेह एवं ब्लड प्रेशर की स्क्रीनिंग

Biharsharif/Avinash pandey: विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल में जांच, परामर्श एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अनुशासित जीवन शैली एवं खान- पान पर नियंत्रण एवं दैनिक दिनचर्या में नियमित व्यायाम को शामिल कर मधुमेह पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके अलावा चिकित्सीय देखरेख में दवा, योग एवं अनुशासित जीवन शैली अपनाकर मधुमेह से छुटकारा भी पाया जा सकता है। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रामकुमार प्रसाद, गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. राममोहन सहाय सहित कई चिकित्साकर्मी मौजूद रहे।

153 लोगों की हुई मधुमेह एवं ब्लड प्रेशर की स्क्रीनिंग
आयोजित शिविर में 153 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप की जांच लोगों ने करायी और रोग पर नियंत्रण के लिए उन्हें उचित परामर्श दिया गया। इस अवसर पर गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. राममोहन सहाय ने कहा कि मधुमेह के मरीजों को सुरक्षित जीवन के लिए सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्हें नियमित समय के अनुसार जांच अवश्य करानी चाहिए ताकि शुगर के घटते, बढ़ते स्तर की जानकारी हो सके। मरीज को अपने खानपान और स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रखना चाहिए।

दवा का नियमित सेवन करना चाहिये। इसे बंद नहीं करना चाहिए। क्योंकि डायबिटीज मरीज का शुगर नियंत्रित नहीं रहने पर बीपी, हार्ट, किडनी को नुकसान हो सकता है। उन्होंने बताया, विश्व का हर पांचवां व्यक्ति मधुमेह का रोगी है। परहेज, व्यायाम और दवाओं के जरिए इस पर काबू पाया जा सकता है। योग व व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। जो न केवल मधुमेह बल्कि अन्य बीमारियों जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग आदि से भी बचाएगा।

डायबिटिज मामले में भारत दूसरे स्थान पर
आज भारत में आठ करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं, जबकि इन से चार गुना ज्यादा लोग प्रीडायबीटिक हैं। इसकी पहचान और उनका इलाज पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व में 54 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और नित्य प्रतिदिन इसकी संख्या बढ़ती ही जा रही। वैश्विक स्तर पर हर छह में से एक व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित है। उन्होंने कहा कि आज विश्व में मधुमेह मरीजों की संख्या में चीन प्रथम स्थान पर और भारत दूसरे स्थान पर है।