नालंदा: सरकार की आरक्षण नीति पर भारतीय ब्राह्मण सेवा संघ ने जताई नाराजगी

नालंदा

बिहारशरीफ अविनाश पांडेय: शनिवार को बिहार शरीफ के अस्पताल चौक पर भारतीय ब्राह्मण सेवा संघ के बैनर तले एक दिवसीय धरना दिया गया। धरने की अध्यक्षता ब्राह्मण सेवा संघ के कृष्ण बल्लभ पांडे कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार की आरक्षण नीति लगभग 70 वर्षों से लागू है।

लेकिन आज तक उन वर्गों को लाभ नहीं मिला, जिन्हें आरक्षण की सौगात मिली है। अगर लाभ नहीं मिला होता तो 70 वर्षों तक आरक्षण की व्यवस्था नहीं चलती। सरकार की आरक्षण नीति ही गलत है। यह घटिया राजनीति का विषय बनकर रह गया है।

कहा कि अगर सच में सरकार आरक्षितों का विकास चाहती तो उन्हें आरक्षण के बजाय राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर दे। बिहार प्रदेश संयोजक पुरुषोत्तम पांडेय ने कहा कि घटिया आरक्षण नीति के कारण सरकारी कार्यालय में पदाधिकारी और कर्मचारी भी ब्राह्मणों को घृणा की दृष्टि से देखते हैं।

अतः ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर सरकार को कार्यवाही करनी चाहिए। महासचिव परमानंद पांडेय ने कहा कि सरकार की अपेक्षा के कारण संस्कृत शिक्षा की स्थिति अति दयनीय हो गई है। कोषाध्यक्ष विजेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि अगर कोई ब्राह्मण सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए कोई प्रयास करता है तो पदाधिकारी उसे इतना परेशान कर देते हैं कि वह आगे ऐसी योजनाओं का लाभ लेने से तौबा कर लेता है।

इस मौके पर शारदानंद मिश्रा ने कहा कि सरकार ब्राह्मणों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। धरना के उपरांत भारतीय ब्राह्मण सेवा संघ के कार्यकर्ताओं ने नालंदा के जिलाधिकारी के माध्यम से बिहार के मुख्यमंत्री को अपने मांगों के समर्थन से संबंधित एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। धरना को अनिल पांडेय, लक्ष्मी नारायण पांडेय, पंकज पांडेय अविनाश पांडेय, अनिल पांडेय, विनोद पांडेय, संतोष कुमार पांडेय, डॉक्टर शिवकुमार पांडेय सहित कई लोगों ने अपने वक्तव्य रखे।