नालंदा: दीपावली की छटा से खिल उठा बिहारशरीफ शहर,चौतरफा उत्सव जैसा माहौल 

नालंदा

Biharsharif/Avinash pandey : दीपावली की छटा से शहर खिल उठा है। दिनभर खरीदारी हो रही है तो शाम को घर-आंगन सजाया जा रहा है। चौतरफा उत्सव जैसा माहौल हैं। घर-घर खुशियां बरस रही हैं। पर्व को यादगार बनाने में हर कोई जुटा है। अपने-अपने सामर्थ्य के अनुसार लोग ने खरीदारी की। बाजार में पिछले तीन दिन से क्षमता से अधिक खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। रविवार को भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही। 

आजकल दो और चार पहिया वाहन से शहर में निकलने लायक नहीं है। जिधर देखो उधर भीड़ है। कम भीड़भाड़ वाले क्षेत्र भी दुकान और खरीदारों से गुलजार हैं। गनीमत यह है कि त्योहार के चलते पुलिस जगह-जगह मुस्तैद है। कड़ी मशक्कत के बाद वाहनों को भीड़ वाले क्षेत्र से हटवाया जा रहा है। त्योहार पर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लहरी थाना अध्यक्ष दीपक कुमार नगर थाना अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह सोसराय थाना अध्यक्ष राजमणि दीपनगर थाना अध्यक्ष एसके जैसवाल स्वयं सड़कों पर गश्ती करते दिखें। 

कपड़ा, बर्तन, ज्वैलरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, शृंगार व पूजन सामग्री, फूल-माला आदि खरीदने वालाें की होड़ मची है।सड़क की दोनों ओर इन दुकानों से पटी पड़ी हैं। सुबह नौ बजे से ही खरीदार जुटना शुरू हो रहे हैं। दोपहर बाद इनकी भीड़ देखते बन रही है। यहां मुख्य मार्ग के बजाय गलियों के रास्ते लोग इधर से उधर हो रहे हैं। कमोवेश पुलपर बाजार का भी यही हाल है।  यहां पैदल चलकर लोग खरीदारी कर रहे हैं। सोनारपट्टी और पुलपर चौक पर भी खरीदारों की भीड़ जुट रही है। 

रंग-बिरंगी रोशनी से नहाया शहर
गली-मोहल्ले, मुख्य बाजार, मठ-मंदिर सभी शाम ढलने के बाद रोशनी से नहाए नजर आए। रंग-बिरंगे झालरों से लोग दुकानों, मकानों को सजाए हुए हैं। चारों तरफ नजारा अद्भुत है। रात के समय आसमान में पटाखों की सतरंगी छटा बिखर रही है। घर-घर उत्सव जैसा माहौल हैं। मोहल्लों, काॅलोनियों में लोगों की चहल कदमी बनी हुई हैं।

दीयों से जगमग हुई धरा
 दीपावली के दिन रविवार को धरती दीयों से जगमग हो उठी। शाम ढलने के बाद घरों एवं मंदिरों में विधि विधान से श्री गणेश, लक्ष्मी, श्री विष्णु, भोले शंकर आदि देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की गई। उनके स्थल पर ज्योति जलाकर समूचे घर को दीयों से उजियार कर दिया। बच्चे, महिलाएं एक साथ घर से लेकर बाहर तक दीप जलाते रहे। देखते ही देखते धरा दीयों से जगमग हो गई। मठ-मंदिरों में तो हर घर से लाए गए दीपों की लंबी शृंखला तैयार हुई। चौतरफा दृश्य ऐसा मानो धरती से अंधकार मिटाने की मुहिम से जन-जन जुड़ गया हो। खेत, खलिहान तक दीयों से वंचित नहीं रहे।