Biharsharif/Avinash pandey: मर्डर मिस्ट्री की कहानी विचित्र है। पुलिस भी हतप्रद है। खबर कुछ यूं है। नालंदा के बिंद थाना के नौरंगा गांव का रौशन कुमार EMI पर एक एंड्राइड मोबाइल की खरीदारी करता है। मोबाइल की कीमत करीब 19 हजार रुपए थी। पहली किस्त किसी तरह भरने के बाद वह किस्त भरने में खुद को असमर्थ पाता है।
पैसे का जुगाड़ कैसे हो इसको लेकर वह मंथन करने लगा। पैसे को लेकर उसके दिमाग में तरह-तरह की बातें चल रही थी। तभी उसकी नजर अपने चचेरे भाई दीपक पर पड़ी। रौशन ने योजना बनाई कि अगर दीपक के गले में सोने के लॉकेट को किसी तरह हासिल कर लिया जाए तो वह इसे बेचकर अपना ईएमआई चुकता कर सकता है।
इसके लिए उसने गांव के ही एक कुंदन कुमार नामक युवक को हायर किया। 9 अगस्त 2024 को रौशन और कुंदन दोनों मिलकर दीपक को शौच करने के बहाने अपने साथ ले गए। जहां दोनों ने दीपक की हत्या गला दबाकर कर दी और बाद में नुकीले पेन से गोद कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
सदर एसडीपीओ नुरुल हक ने बताया कि 9 अगस्त 2024 को थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव से 500 मी पूर्व प्राथमिक विद्यालय के दक्षिण ईंट भट्ठा के पास गांव निवासी रूपेश केवट के पुत्र दीपक कुमार का डेड बॉडी पुलिस ने बरामद किया था। इससे संबंधित प्राथमिक दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों के पास से मृतक के सोने का लॉकेट बरामद कर लिया है।