नालंदा: हवश के आगे क्षुद्रता की पराकाष्ठा लांघ गया था चेरो का अभिनव उर्फ विकास

नालंदा

— प्राइवेट पार्ट काट कर की गई थी हत्या, पांच आरोपित गिरफ्तार 

Biharsharif/Avinash pandey: घटना 3 मार्च की है। पुलिस ने एक युवक का प्राइवेट पार्ट काटा शव बरामद किया था। डेड बॉडी चेरो ओपी के हीराजीत तीनमुहानी के पास  मिला था। नालंदा पुलिस ने घटना के 10 दिनों के भीतर इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया है। हत्या के पीछे की कहानी भी किसी सनसनीखेज कम नहीं है। दरअसल मृतक हवश के आगे क्षुद्रता की पराकाष्ठा लांघ गया था। अपने चरित्रहीन होने का उसे कोई मलाल नहीं था।अपने पराये का अंतर भी वह नहीं समझता था। इसकी हरकतें बढ़ती जा रही थी। यह पेशे से चालक था।पुलिस ने अपने अनुसंधान में इसे चरित्रहीन की संज्ञा दी है। स्वाभाविक है लोग तो इससे परेशान रहे ही होंगे। 

नेचर ऑफ क्राइम का सीधा इशारा पुलिस के साथ-लोग भी समझ रहे थे

नेचर ऑफ क्राइम का सीधा इशारा पुलिस के साथ-साथ लोग भी समझ रहे थे।  अभिनव उर्फ विकास की हत्या वीभत्स तरीके से की गई थी। गला दबाने के बाद उसका प्राइवेट पार्ट काट कर उसके बॉडी से अलग कर दिया गया था। पुलिस भी अपने जांच का एंगल नेचर ऑफ क्राइम के हिसाब से ही तय किया और अंत में पूरे मामले का उद्वेदन करते हुए हत्या में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया। 

एसडीपीओ ने स्वयं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी

सदर एसडीपीओ नुरुल हक ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि एक प्लानिंग के तहत अभिनव उर्फ विकास को 2 मार्च 2024 को हरनौत ब्लॉक फील्ड में बुलाकर नशे की हालत में गमछा से गला दबाकर हत्या कर दी गई। डेड बॉडी को पोलो गाड़ी में लाद कर घटनास्थल पर ले जाकर फेंक दिया गया एवं उसका प्राइवेट पार्ट काटकर बॉडी से अलग कर दिया गया।

घटना में शामिल अपराधियों ने पुलिस को बताया कि मृतक चरित्रहीन था। वह कई गलत गतिविधियों में शामिल था। घटना में शामिल अपराधी में कुछ उसके दोस्त हैं एवं कुछ उसके साथ पूर्व में काम किए हुए हैं। एसडीपीओ कहते हैं जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि लगभग 5-6 महीने पूर्व से ही अभिनव उर्फ विकास को मारने का प्लान चल रहा था।

ऐसे कारित की गई थी हत्या की प्लानिंग 

कोलकाता के किसी व्यक्ति के नाम से दो सिम कार्ड खरीदे गये। इसी सिम कार्ड से सिर्फ और सिर्फ प्लानर अभिनव उर्फ विकास से बात करते थे। हत्या करने के बाद एक सिम एवं मोबाइल तथा मृतक का मोबाइल को राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रही बस एवं ट्रक में फेंक दिया गया। ताकि पुलिस का अनुसंधान इस दिशा में दिग्ध भ्रमित हो। फर्जी एक सिम को तोड़ दिया गया। परंतु उस मोबाइल तथा दूसरे फर्जी मोबाइल का डब्बा पुलिस ने बरामद कर लिया। पुलिस ने घटना में उपयोग किया गया गमछा, खून लगा अन्य कपड़ा तथा घटना में प्रयोग की गई गाड़ी बरामद कर ली।

पांच की हुई गिरफ्तारी

एसडीपीओ ने बताया कि वारदात में शामिल 5 अपराधियों की गिरफ्तारी पूरी हो चुकी है। इस घटना की योजना करने में नालंदा जिले के कल्याण विगहा थाना क्षेत्र के महतवर गांव निवासी सहजानंद सिंह के पुत्र संतोष कुमार उर्फ मोनू  व हरनौत थाना क्षेत्र के सिरचनपुर गांव निवासी कुंदन कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका पाई गई है। संतोष उर्फ मोनू मृतक के गांव का रिश्तेदार बताया जाता है। घटना में शामिल अन्य अपराध कर्मियों तथा इसे फाइनेंस करने वाले अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध अनुसंधान जारी है। पुलिस ने अपने बयान में फाइनेंसर का भी जिक्र किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है की अभिनव उर्फ विकास की हत्या को लेकर कुछ लोगों ने अपराधियों को आर्थिक मदद की। 

इनकी हुई गिरफ्तारी

  1. नालंदा जिले के कल्याण विगहा थाना क्षेत्र के महतवर गांव निवासी सहजानंद सिंह के पुत्र संतोष कुमार उर्फ मोनू 

2.हरनौत थाना क्षेत्र के सिरचंदपुर गांव निवासी मुन्नाराम का पुत्र कुंदन कुमार

  1. हरनौत थाना क्षेत्र के सिरचंदपुर गांव निवासी स्वर्गीय विजय मलिक का पुत्र राजा कुमार
  2. सिरचंदपुर गांव निवासी स्वर्गीय विजय मलिक का पुत्र रंजन कुमार
  3. सिरचंदपुर गांव निवासी रामपति पासवान का पुत्र राजवीर कुमार उर्फ दिवाकर