नालंदा: मुर्गा व्यवसायी को उसी के मुर्गा फार्म में गला रेत कर दिन के उजाले में हत्या

नालंदा

— नेचर आफ क्राइम किसी विश्वासी की ओर कर रहा इशारा,पूरी तन्मयता से हो रही है जांच
— मृतक के पिता का दावा वारदात के 2 घंटे पूर्व वह अपने पुत्र से मिला था

Biharsharif/Avinash pandey: अपराधियों ने एक मुर्गा व्यवसाय की हत्या उसी के मुर्गा फार्म में कर दी। गला रेतकर वारदात को अंजाम दिया गया अपराधी मृतक के चेहरे को गमछे से ढक कर वहां से निकल गए यह घटना नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र के काको बिगहा गांव में मंगलवार को दिनदहाड़े घटी। मृतक दुलारचंद यादव का (18) वर्षीय पुत्र नीतीश कुमार है। वह अपने मुर्गा फार्म में सो रहा था। तभी अज्ञात बदमाशों के द्वारा गला रेत कर उसकी हत्या कर दी गई। दुलारचंद यादव ने बताया कि दोपहर में उनका बेटा फार्म में ही सो रहा था। बेटे से मिलने के उपरांत वे घर लौट गए थे।

जब कुछ घंटों के बाद वह वापस मुर्गी फॉर्म में आते हैं तो देखते हैं कि उनके बेटे की पहले रस्सी से गला दबाने का प्रयास किया, इसके उपरांत गला रेत कर उसकी हत्या कर दी गई और शव के ऊपर गमछा रख दिया गया है। फिलहाल मृतक के परिजन हत्या के कारणों का स्पष्ट वजह नहीं बता रहे हैं। हत्या किसने और क्यों की, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं दिनदहाड़े हत्या के बाद ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। वहीं घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।

घटना की सूचना मिलने के उपरांत सदर एसडीपीओ दीपनगर थानाध्यक्ष दल बल के साथ मौके पर पहुंच जांच में जुट गए हैं। एसडीपीओ डॉ मोहम्मद शिवली नोमानी ने बताया कि उन्हें परिजनों के द्वारा सूचना मिली की मुर्गी फार्म में युवक की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है। जल्द ही मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा। शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अपने अभिरक्षा में लायी है।

नेचर ऑफ क्राइम किसी विश्वासी की ओर कर रहा है इशारा
क्राइम एक्सपोर्ट बताते हैं कि इस पूरे घटना क्रम का स्वभाव यानी नेचर ऑफ क्राइम किसी खास विश्वासी की ओर इशारा करता है। मृतक के पिता की बातें यह बताती है कि वारदात के 2 घंटे पूर्व उनका पुत्र सुरक्षित था। इस 2 घंटे के बीच ऐसा क्या हो गया कि युवक की हत्या गला रेत कर दी गई। मौका- ए- वारदात पर संघर्ष के भी कोई निशान नहीं मिले हैं। क्राइम एक्सपर्ट बताते हैं कि इस घटनाक्रम में तीन से चार लोगों की अहम भूमिका हो सकती है। आखिर वह कैसे अपराधी थे जो दिन के उजाले में इतनी बड़ी वारदात को करके निकल गए। यह तो स्पष्ट है कि घटना को अंजाम देने वाला मृतक का जान पहचान वाला हो सकता है।