- पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी को नहीं लगी भनक
- हिलसा एसडीपीओ ने की घटना की पुष्टि
- कहा हर एक बिंदु पर हो रही है जांच
बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: आंखों से काजल चुराने वाली कहावत जगजाहिर है। अपराधियों ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। बीच बाजार में थाने के निकट इंडिया फर्स्ट एटीएम को उखाड़ कर उसके कैश बाॅक्स में रखे लाखों रुपए लेकर चंपत हो गये। घटना नालंदा जिले के खुदागंज थाना क्षेत्र के बीच बाजार में शनिवार-रविवार की मध्य रात्रि घटी। आश्चर्य की बात है कि घटनास्थल से थाने की दूरी महज चंद फासले पर है।
एसडीपीओ ने की घटना की आधिकारिक पुष्टि
हिलसा एसडीपीओ कृष्ण मुरारी ने घटना की आधिकारिक पुष्टि की है। कहा कि यह जांच का विषय है कि थाने की मौजूदगी में इतनी बड़ी घटना कैसे घटी गई। यह तय है कि वारदात को कोई पेशेवर गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नही हो पाया है कि एटीएम में कितना कैश था। यह भी हो सकता है कि घटनास्थल से पूर्व अपराधियों द्वारा वहां की रेकी की गई हो। बताया जाता है कि एटीएम के लिए कोई गार्ड नहीं था। जिसका फायदा अपराधियों ने उठाया। घटना की जानकारी पुलिस को सुबह मिली। फिलहाल पुलिस ने उखाड़े गए एटीएम को अपने कब्जे में ले लिया है।
दो से तीन अपराधियों के रहने की संभावना
यह तो तय है कि ऐसे वारदातों में अपराधियों की संख्या दो से 3 या इससे अधिक रहती है एटीएम जैसे भारी-भरकम मशीन को उखाड़ने या इसे खोलने में काफी समय लगता है। पुलिस यह मानती है कि इस तरह के बारदत में एटीएम से संबंधित पूरी जानकारी रखने वाले बदमाश ही संलिप्त रहते हैं। यानी ऐसे अपराधियों को एटीएम से संबंधित सभी तरह की टेक्निकल जानकारी होती है। उन्हें यह पता होता है कि चेस्ट बॉक्स कहां है। इसे कैसे खोला या कबाड़ा जाए।